लखीमपुर खीरी जिले में कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसानों के प्रदर्शन स्थल हुई हिंसा में कथित तौर पर आठ लोगों की मौत हो गई है। इस पर सियासत भी तेज भी हो गई है। लखीमपुर खीरी में हिंसा भड़कते ही पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को सीतापुर जिले के हरगांव में हिरासत में लिया गया। प्रियंका गांधी के काफिले को लखनऊ में रोका गया और पुलिस ने कौल हाउस को घेर लिया, जहां वह अपनी लखनऊ यात्राओं के दौरान ठहरती हैं।
प्रियंका गांधी को हरगांव से लिया गया हिरासत में
हालांकि, प्रियंका पुलिस को चकमा देने में कामयाब रही और साइड गेट से अपने आवास से बाहर चली गई और थोड़ी दूरी के बाद, वह एक वेटिंग कार में बैठ गई और कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गई।
सोमवार सुबह करीब छह बजे जैसे ही प्रियंका सीतापुर जिले के हरगांव पहुंची तो उन्हें रोक लिया गया। महिला कांस्टेबल से हाथापाई के बाद प्रियंका ने गिरफ्तारी वारंट देखने की मांग की। पुलिस कर्मियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया और उन्हें जिले के पीएसी कार्यालय ले जाया गया।
मैं घर से बाहर कदम रखकर कोई अपराध नहीं कर रही हूं : प्रियंका
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “मैं घर से बाहर कदम रखकर कोई अपराध नहीं कर रही हूं। मैं सिर्फ पीड़ित परिवारों से मिलना चाहती हूं और उनका दुख बांटना चाहती हूं। मैं क्या गलत कर रही हूं? और अगर मैंने कुछ गलत किया है, तो आप (यूपी पुलिस) के पास आदेश और वारंट होना चाहिए। आप (यूपी पुलिस) मुझे, मेरी कार को रोक रहे हैं, लेकिन किस कारण से?” प्रियंका के साथ आए कांग्रेस नेताओं ने उनकी गिरफ्तारी के विरोध में हंगामा और धरना दिया
लखीमपुर हिंसा में 8 लोगों की हुई मौत
लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 अन्य घायल हो गए। कृषि कानूनों के विरोध ने तब हिंसक रूप ले लिया, जब अज्ञात व्यक्तियों ने किसानों पर गोलियां चलाईं। कुछ प्रदर्शनकारियों के वाहनों की चपेट में आने से आक्रोशित किसानों ने तीन जीपों में आग लगा दी। इनमें से एक वाहन केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा का बताया जा रहा है। किसानों ने मृतकों का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वे अपने नेताओं से बात करने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय करेंगे।
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में अपने कार्यक्रम में कटौती की है और राज्य की राजधानी लौट रहे हैं। एडीजी-कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार को स्थिति का जायजा लेने के लिए लखीमपुर खीरी भेजा गया है। किसी भी तरह की स्थिति उत्पन्न न हो, इसके लिए इलाके में अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया है।