बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगायी है। कोर्ट के इस रुख पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा कि मामले में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी उन सभी के लिए जरूरी सबक है जो देश को सांप्रदायिकता की आग में झोंक कर अपनी राजनीति चमका रहे हैं।
मायावती ने ट्वीट किया ‘‘माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा नूपुर शर्मा के विरुद्ध आज लिए गए स़ख्त स्टैण्ड तथा अपने भड़काऊ बयान से देश को हिंसक माहौल में झोंकने हेतु उनसे माफी मांगने का निर्देश उन सभी के लिए जरूरी सबक है जो देश को साम्प्रदायिकता की आग में झोंक कर अपनी राजनीति चमका रहे हैं।’’
2. साथ ही, नफरती भाषण के लिए नूपुर शर्मा के विरुद्ध एफआईआर होने के बावजूद पुलिस द्वारा उनके प्रति निष्क्रिय रवैये का भी मा. कोर्ट द्वारा संज्ञान लेने से संभव है कि आगे इस प्रकार की प्रवृति पर थोड़ा रोक लगे। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) July 1, 2022
उन्होंने कहा ‘‘साथ ही, नफरती भाषण के लिए नूपुर शर्मा के विरुद्ध एफआईआर होने के बावजूद पुलिस द्वारा उनके प्रति निष्क्रिय रवैये का भी माननीय कोर्ट द्वारा संज्ञान लेने से संभव है कि आगे इस प्रकार की प्रवृति पर थोड़ रोक लगे।’’
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के मामले में शुक्रवार को कड़ फटकार लगाई और कहा कि इसके लिए उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। न्यायमूर्ति सूर्य कांत और न्यायमूर्ति जे. बी. पारदीवाला की अवकाशकालीन पीठ ने इन सख्त टिप्पणियों के साथ नूपुर शर्मा की उस याचिका को खारिज कर दी, जिसमें उन्होंने देशभर में अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकियों को दिल्ली स्थानांतरित करने की गुहार लगाई थी।