उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपने-अपने तरीके से गठबंधन के फॉर्मूले पर काम कर रहे है। इसी सिलसिले में अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे प्रतापगढ़ के कुंडा से निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी के संरक्षक से लखनऊ में भेंट की।
राजा भैया ने मुलायम सिंह यादव से की भेंट
विधायक के रूप में 25 वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद अपनी पार्टी जनसत्ता दल राजनैतिक का गठन करने वाले राजा भैया ने आज मुलायम सिंह यादव से भेंट की है। इसे लेकर अटकलों का बाजार भी गर्म है। हालांकि, मुलाकात के बाद राजा भैया ने कहा कि नेता जी (मुलायम सिंह यादव) के जन्मदिन पर मैं हमेशा मिलकर शुभकामनाएं देते रहा हूं। लेकिन इस बार मैं बाहर था इसलिए जन्मदिन पर शुभकामनाएं देने नहीं आ पाया था। इलेक्शन से जोड़कर इसे ना देखा जाए इसका कोई अलग से निहितार्थ न निकाला जाए।
मुलाकात का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं
लखनऊ में गुरुवार को प्रतापगढ़ के कुंडा से निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। करीब आधा घंटा की इस मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि इस मुलाकात को चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है।
मुलाकात के बाद राजा भैया ने किया ट्वीट
इस मुलाकात के बाद राजा भैया ने ट्वीट भी किया है। रघुराज प्रताप सिंह प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। बीते दिनों अपनी पार्टी की रथ यात्रा भी शुरू की है। सूत्रों का कहना है कि बीती रात अखिलेश यादव से फोन पर उनकी बात हुई थी। इसके बाद आज उन्होंने लखनऊ में मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की।
आदरणीय नेता जी से काफ़ी समय बाद भेंट हुई, आशीर्वाद मिला, भावुक पल। pic.twitter.com/w4wAtFGNPU
— Raja Bhaiya (@Raghuraj_Bhadri) November 25, 2021
मुलायम और योगी दोनों के करीबी हैं राजा भैया
गौरतलब है कि पिछले दिनों राजा भैया ने कहा था कि उनकी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक यूपी में 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और वहां से कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं करेगी जहां से योगी आदित्यनाथ उम्मीदवार होंगे। मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे राजा भैया पिछले काफी समय से अपनी पार्टी को मजबूत करने पर जोर दे रहे हैं।
अखिलेश यादव सरकार में प्रभावी रहे राजा भैया के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार से भी नजदीकी की चर्चा सियासी गलियारों में रहती है। इधर, समाजवादी पार्टी लगातार छोटे दलों को अपने बैनर तले एकजुट करने में जुटी है। गुरुवार को सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से उनकी मुलाकात को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।