राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने सोमवार को राज्यसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) और रालोद के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया। इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव उनके साथ थे। अखिलेश ने इससे पहले संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “जयंत चौधरी राज्यसभा चुनाव में सपा-रालोद गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी हैं। मैं उन्हें बधाई देता हूं।” इस दौरान जयंत ने संवाददाताओं से कहा, “सपा अध्यक्ष ने बहुत बड़ा सम्मान दिया है। मैं इसके लिए उनका आभार जताता हूं।”
विकास समेत अन्य सभी मुद्दों को राज्यसभा में सक्रियता से उठाऊं :जयंत
उन्होंने कहा, “मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि विकास से जुड़े जो भी मुद्दे हैं, उन्हें राज्यसभा में सक्रियता से उठाऊं। कहीं भी अत्याचार होता है तो वह मुद्दा भी उठाया जाएगा। इसके अलावा जो हमारे साझा मुद्दे हैं, उन्हें भी मैं सामने रखूंगा।”
रालोद प्रमुख ने कहा कि सपा के साथ उनका गठबंधन मजबूत है और आगे भी मजबूत रहेगा।
रालोद ने उत्तर प्रदेश का पिछला विधानसभा चुनाव सपा के साथ गठबंधन करके लड़ा था। राज्य विधानसभा में सपा के 111 और उसके सहयोगी दलों रालोद के आठ तथा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के छह विधायक हैं। इस तरह गठबंधन के पास कुल 125 विधायक हैं और वे राज्यसभा चुनाव में तीन उम्मीदवारों को आसानी से जिता सकते हैं।
जावेद अली और कपिल सिब्बल ने पहले ही भरा नामांकन
सपा उम्मीदवार जावेद अली और पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कपिल सिब्बल पहले ही राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर चुके हैं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की 11 राज्यसभा सीटों के लिए हो रहे चुनाव में नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 31 मई है। नामांकन पत्रों की जांच एक जून को की जाएगी, जबकि तीन जून तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। मतदान 10 जून को होगा और उसी दिन मतगणना भी की जाएगी।