बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेता और मायावती के बेहद करीबी माने जाने वाले रामवीर उपाध्याय के पुत्र चिराग उपाध्याय ने गुरुवार को बीजेपी का दामन थाम लिया है। इस दौरान पूर्व डीआईजी पुलिस पा शंकर सिंह और कालपी के पूर्व विधायक अरुण मल्होत्रा अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हुए। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह की मजूदगी में सभी ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की।
बता दें कि अरुण मल्होत्रा पहले भी बीजेपी में थे। वहीं, रामवीर उपाध्याय को मायावती ने 2019 में पार्टी से निकाल दिया था।हाथरस के सादाबाद से विधायक रामवीर उपाध्याय को बसपा का कद्दावर नेता माना जाता है। वह मायावती की सरकार में हर बार कैबिनेट मंत्री बने थे और बसपा के ब्राह्मण कार्ड को गति देने में हमेशा आगे रहते हैं।
चिराग उपाध्याय ने कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता रामवीर उपाध्याय के पुत्र चिराग उपाध्याय इससे पहले अगस्त में बीजेपी में शामिल होने के लिए आगरा के जयपुर हाउस में ब्रज क्षेत्र कार्यालय पहुंचे थे, लेकिन पार्टी की सदस्यता लिए बगैर वहां से चले गए थे। इसके बाद से चिराग के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा ने जोर पकड़ लिया था।
चिराग ने इससे पहले भी सोशल मीडिया पर यह संदेश दिया था कि प्रधानमंत्री मोदी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विचारधारा से वह प्रभावित हैं और शीघ्र बीजेपी में शामिल होंगे। पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय हाथरस की सादाबाद सीट से बसपा के विधायक हैं। बसपा उन्हें निलंबित कर चुकी है।