अखिलेश यादव की सरकार के कार्यकाल में हुए गोमती रिवर फ्रंट घोटाले मामले में सीबीआई ने सिंचाई विभाग के तत्कालीन चीफ इंजीनियर रूप सिंह यादव को गिरफ्तार किया है। रूप सिंह यादव को इस मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है। बीजेपी के प्रदेश में सत्ता में आने के बाद इस घोटाले में जांच के आदेश दिए गए थे।
रूप सिंह यादव के साथ वरिष्ठ सहायक राजकुमार को भी सीबीआई ने अरेस्ट किया है। आरोपित के खिलाफ दिसंबर 2017 में सीबीआई ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सीबीआई के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लांड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया। ईडी ने आठ में से पांच आरोपियों को पूछताछ भी की।
दरअसल, इस मामले में काम पूरा नहीं हुआ और और बजट (1513 करोड़) में से 1437 करोड़ खर्च कर दिए गए। काम 60 फीसदी भी नही हुआ। सीबीआई लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने प्रदेश सरकार के निर्देश पर सिंचाई विभाग की ओर से लखनऊ के गोमतीनगर थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे को आधार बनाकर 30 नवंबर 2017 में नया मुकदमा दर्ज किया था।
इसमें सिंचाई विभाग के तत्कालीन मुख्य अभियंता (अब सेवानिवृत्त) गुलेश चंद, एसएन शर्मा व काजिम अली, तत्कालीन अधीक्षण अभियंता (अब सेवानिवृत्त) शिव मंगल यादव, अखिल रमन, कमलेश्वर सिंह व रूप सिंह यादव तथा अधिशासी अभियंता सुरेश यादव नामजद हैं।