उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने विवादित बयान दिया है। वाराणसी में ज्ञानवापी मुद्दे पर आए कोर्ट के फैसले का समर्थन करते हुए संजय निषाद ने कहा कि हर मंदिर के बगल से मस्जिद हट जानी चाहिए। उनके इस बयान की देवबंदी उलेमा मौलाना कारी मुस्तफा देहलवी ने निंदा की है।
बागपत पहुंचे संजय निषाद ने शुक्रवार को कहा कि जैसे वे लोग राम मंदिर से हट गए, राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, मस्जिद अलग से बनेगी वैसे ही हर मंदिर के बगल से मस्जिद हट जानी चाहिए। भारत की संस्कृति है तो हमें हटने की नहीं बल्कि जो दूसरी संस्कृति हैं, उन्हें दूसरी जगह कहीं भी बनाकर पूजा करनी चाहिए।
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इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में मदरसों के सर्वे को लेकर उन्होंने कहा कि “मदरसों का कनेक्शन आतंकवाद से मिलता रहा है। कई बार मदरसों से आतंकवादी पकड़े भी जा चुके हैं। इसलिए मुस्लिम धर्मगुरु मदरसों पर लगे दाग को धोने के लिए मदरसों के सर्वे का समर्थन करें।”
मदरसों से आतंकवाद नहीं देशभक्ति पैदा होती है : देवबंद
संजय निषाद के बयान पर देवबंदी उलेमा मौलाना कारी मुस्तफा देहलवी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “ऐसे लोगो का दिमाग खराब हो चुका है। उन्हें अपने दिमाग का इलाज करना चाहिए। उन्हें मालूम नहीं कि मदरसों से आतंकवाद नहीं देशभक्ति पैदा होती है। ऐसे मंत्री को तुरंत निष्कासित कर जेल भेज देना चाहिए।”