उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में जमालपुर ब्लॉक स्थित सिउर प्राथमिक विद्यालय में मिड-डे मील वितरण के दौरान छात्रों को नमक के साथ रोटी परोसी गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हड़कंप मचने के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) प्रवीण कुमार तिवारी ने जांच के बाद कार्रवाई करते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक के साथ दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने शुक्रवार को बताया कि ब्लॉक शिक्षा अधिकारी से इस प्रकरण की रिपोर्ट मांगी गयी और घटना के लिए प्रथम दृष्टया दो शिक्षकों को जिम्मेदार माना गया। बीएसए प्रवीण तिवारी ने बताया, ‘सोशल साइट पर यह वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें दिखा कि यहां के छात्रों को मिड-डे मील के तहत सिर्फ नमक व रोटी परोसी गई जो कि नियमों का घोर उल्लंघन है।
मामले की गंभीरता देखते हुए तुरंत जांच कराई गई, जिसमें वीडियो प्रमाणित पाया गया।’ सूचना मिलते ही शिक्षा विभाग हरकत में आया और खंड शिक्षा अधिकारी से तत्काल जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर विद्यालय के प्रभारी शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
दरअसल, सरकारी विद्यालयों में छात्रों को मिलने वाले मिड-डे मील में रोटी के साथ सब्जी या दाल देनी जरूरी होती है, मगर सिउर के विद्यालय में छात्रों को रोटी के साथ नमक परोस दिया गया, जिसकी चहुंओर आलोचना हो रही है। उन्होंने बताया कि प्रधानाध्यापक को निलंबित करने के साथ ही सहायक अध्यापिका का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया है।
बीएसए ने प्राथमिक विद्यालय सिउर की शिक्षामित्र को भी इस मामले में दोषी पाया, जिससे उनका भी मानदेय रोक दिया गया है। यही नहीं, इसके बाद क्षेत्र के न्याय पंचायत समन्वयक को भी निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा खंड शिक्षा अधिकारी जमालपुर को भी बराबर का दोषी मानते हुए उनसे तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
उन्हें चेतावनी दी गई कि अगर उनका जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बीएसए ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी है, जिसे तीन दिनों के अंदर जांचकर रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है।