उत्तर प्रदेश की सियासत देशभर में काफी हावी रहती है। ऐसे में एक-एक हलचल देश में चर्चा का विषय बन जाता है। समाजवादी पार्टी (सपा) और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के बीच पिछले कुछ दिनों से खींचतान बनी हुई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव के मध्य मनमुटाव का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में मंगलवार को शिवपाल यादव ने अखिलेश को ईद की बधाई देते हुए उन पर तीखा कटाक्ष किया, जिससे एक बार फिर दोनों के बीच तल्खी साफ नजर आई।
मैंने उसे संतुष्ट करने का प्रयास किया!
शिवपाल यादव ने ट्वीट कर लिखा- “अपने सम्मान के न्यूनतम बिंदु पर जाकर मैंने उसे संतुष्ट करने का प्रयास किया! इसके बावजूद भी अगर नाराज हूं तो किस स्तर तक उसने हृदय को चोट दी होगी! हमने उसे चलना सिखाया.. और वो हमें रौंदते चला गया.. एक बार पुनः पुनर्गठन,आत्मविश्वास व सबके सहयोग की अप्रतिम शक्ति से ईद की मुबारकबाद।”
अपने सम्मान के न्यूनतम बिंदु पर जाकर मैंने उसे संतुष्ट करने का प्रयास किया!इसके बावजूद भी अगर नाराज हूं तो किस स्तर तक उसने हृदय को चोट दी होगी!हमने उसे चलना सिखाया..और वो हमें रौंदते चला गया..एक बार पुनः पुनर्गठन,आत्मविश्वास व सबके सहयोग की अप्रतिम शक्ति से ईद की मुबारकबाद।— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) May 3, 2022
आजम के साथ बढ़ती नजदीकियां
ज्ञात हो कि इससे पहले शिवपाल सिंह यादव ने सोमवार को एक वीडियो ट्वीट कर लिखा, ”अच्छी और ईमानदार सोच हमेशा अपने मुकाम पर पहुंचती है। मैं आपके साथ था, हूं और रहूंगा।” इस वीडियो में आजम खान जौहर यूनिवर्सिटी और शिक्षा के लिए किए अपने काम का गुणगान कर रहे हैं। आजम इस पुराने वीडियो में कहते हैं, ”शिक्षा के मैदान में जो मैंने काम किए हैं, वो मैं खुद कहना चाहता हूं कि गुजरे 100 साल में शायद ही गली में रहने वाले किसी शख्स ने किए हों। जो कल भी वहीं रहता था, आज भी वहीं रहता है और आइंदा भी वहीं रहने का इरादा रखता है।”
इस वजह से बढ़ी दोनों के बीच तल्खी
वहीं, दूसरी ओर, भाजपा में शामिल होने के सवाल पर शिवपाल यादव ने पिछले दिनों कहा था कि उन्होंने इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया है और जब सही समय आएगा तो वह सभी को इसके बारे में बताएंगे। बता दें कि शिवपाल और अखिलेश के बीच तकरार तब बढ़ गई थी, जब उन्होंने अपने चाचा को 26 मार्च को हुई सपा के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में आमंत्रित नहीं किया था। शिवपाल ने सपा के चुनाव चिन्ह साइकिल पर विधानसभा चुनाव लड़ा था।