उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार के बाद समाजवादी पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की पहली बैठक आज हो रही है। इस बैठक के लिए जारी हलचल के बीच चौंका देने वाली बात सामने आई है। सपा विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए शिवपाल यादव को न्योता नहीं दिया गया।
शिवपाल यादव ने कहा कि मुझे पार्टी की बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया था। बैठक में शामिल होने के लिए मैंने लखनऊ में 2 दिन का इंतजार किया। मैंने अपने सभी अन्य कार्यक्रम तक रद्द कर दिए लेकिन मुझे आमंत्रित नहीं किया गया। मैं समाजवादी पार्टी से विधायक हूं लेकिन फिर भी आमंत्रित नहीं किया।
उन्होंने कहा, अभी समाजवादी पार्टी की विधायक मंडल की बैठक चल रही है। सभी विधायकों के पास इसकी सूचना है लेकिन मेरे पास कोई सूचना नहीं है इसलिए मैं भी बैठक में नहीं गया। मैं दो दिनों से इस बैठक के लिए रुका था उसके बाद भी मुझे कोई सूचना नहीं मिली।
विधायक दल की बैठक में नेता प्रतिपक्ष के नाम पर मुहर
बता दें कि बैठक से पहले अटकलें थी कि अखिलेश यादव चाचा शिवपाल यादव को कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकते हैं, लेकिन विधायक दल की बैठक में न बुलाये जाने पर इन अटकलें पर विराम लगता नजर आ रहा है। आज विधायक दल की बैठक में पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में नेता प्रतिपक्ष के नाम पर मुहर लग सकती है।
लोकसभा से सांसद के पद से इस्तीफा देने के बाद अखिलेश ने यूपी में रहकर मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाने का फैसला किया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव करहल विधानसभा से चुनाव जीते हैं। वहीं अखिलेश यादव राज्य में सक्रिय होकर अगले पांच साल तक राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे। वहीं उन्होंने अब 2027 के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए रणनीति में बदलाव किया है।