लखीमपुर खीरी हिंसा तथा प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं कपिल सिब्बल और विवेक तन्खा ने बुधवार को पत्र लिखकर सवाल किया कि प्रियंका की ‘गैरकानूनी गिरफ्तारी’ क्यों की गई तो वही केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे के खिलाफ अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर मुख्यमंत्री की ओर से उनके सवालों का जवाब नहीं दिया जाता तो वे उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ कानूनी कदम उठा सकते हैं। दोनों नेताओं के मुताबिक, उन्होंने इस पत्र की एक प्रति प्रधानमंत्री कार्यालय को भी भेजी है।
मुख्यमंत्री से किया सवाल
कांग्रेस के ‘जी23’ समूह के सदस्य दोनों नेताओं ने पत्र में सवाल किया, ‘‘प्रियंका गांधी को हिरासत में क्यों लिया गया, जबकि उन्होंने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 का कोई उल्लंघन नहीं किया था? क्या इसका कोई संकेत था कि वह किसी अपराध को अंजाम देने जा रही हैं?
अगर नहीं था तो फिर उन्हें दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 151 के तहत गिरफ्तार क्यों किया गया?’’ उन्होंने यह भी पूछा, ‘‘धारा 151 के तहत गिरफ्तारी के 24 घंटे के बाद भी क्यों हिरासत में रखा गया? उन्हें उनके वकीलों से मिलने क्यों नहीं दिया गया? किन प्रावधानों के तहत मुख्यमंत्रियों, प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्षों और सांसदों को लखनऊ हवाई अड्डे पर रोका गया?’’
सिब्बल और तन्खा ने योगी आदित्यनाथ से सवाल किया, ‘‘प्रियंका गांधी को गैरकानूनी ढंग से गिरफ्तार किये जाने के बाद प्रशासन लखीमपुर खीरी की घटना के उन षड्यंत्रकारियों को लेकर आंखें क्यों मूंदे रखा जिनमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का बेटा भी शामिल है? इन हालात में गृह राज्य मंत्री अपने पद पर क्यों बने हुए हैं?
प्रधानमंत्री अजय मिश्रा से मांगे इस्तीफा
प्रधानमंत्री ने उनसे इस्तीफा क्यों नहीं मांगा?’’ उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘हम इन सवालों के जवाब चाहते हैं। ऐसा नहीं होने पर हम उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ कानूनी कदम उठाने का अधिकार भी रखते हैं क्योंकि इसने न सिर्फ संवैधानिक मूल्यों को कमतर किया है बल्कि कानूनों का उल्लंघन भी किया है।’’
योगी सरकार लोगों के सामने हुई बेनकाब
जी 23’ के एक अन्य सदस्य और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘राहुल गांधी जी को लखीमपुर खीरी जाने से रोकना उनके मौलिक और लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला है। निरंकुश और असंवेदनशील योगी-भाजपा सरकार लोगों के सामने बेनकाब है और सरकार की दमनकारी नीतियां निंदनीय है।’’ उल्लेखनीय है कि प्रियंका गांधी को लखीमपुर खीरी जाते हुए सोमवार सुबह हिरासत में लिया गया था और इसके बाद से उनको सीतापुर के पीएसी परिसर में पुलिस अभिरक्षा में रखा गया था।
राहुल गांधी जी को लखीमपुर खीरी जाने से रोकना उनके मौलिक और लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला है। निरंकुश और असंवेदनशील योगी-भाजपा सरकार लोगों के सामने बेनकाब है और सरकार की दमनकारी नीतियां निंदनीय है।
— Anand Sharma (@AnandSharmaINC) October 6, 2021
राहुल गांधी बुधवार को सीतापुर पहुंचे और उनकी अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेगा। लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।