उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के जिन्ना वाले बयान के बाद प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष को उनका नाम बदलकर ‘अखिलेश अली जिन्ना’ रखने का सुझाव दिया है। अखिलेश यादव तब से बीजेपी के निशाने पर हैं, जबसे उन्होंने महात्मा गांधी और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के साथ जिन्ना के नाम का इस्तेमाल किया है। सपा अध्यक्ष ने इस महीने की शुरूआत में बयान दिया था कि, भारत को आजादी दिलाने में जिन्ना ने भी मदद की थी, और संघर्ष से कभी पीछे नहीं हटे थे।
तुष्टिकरण की राजनीति करती है समाजवादी पार्टी
मौर्य ने संवाददाताओं से कहा कि, समाजवादी पार्टी की तुष्टिकरण की राजनीति ने जिन्ना को सबसे आगे ला दिया है, इसलिए मैं अखिलेश यादव से कहता हूं कि उन्हें अपना नाम बदलकर अखिलेश अली जिन्ना कर लेना चाहिए और अपनी पार्टी का नाम बदलकर ‘जिन्नावाड़ी दल’ कर लेना चाहिए। मौर्य ने समाजवादी पार्टी को चेतावनी भी दी कि जिन्ना उन्हें चुनाव नहीं जिताएंगे। उन्होंने गैंगस्टर से राजनेताओं के साथ पार्टी के संबंधों को लेकर भी अखिलेश यादव पर निशाना साधा।
उत्तर प्रदेश के लोगों ने बीजेपी को चुना है
मौर्या ने कहा कि, न तो जिन्ना और न ही अतीक अहमद या मुख्तार अंसारी उन्हें इस चुनाव में जीतने में मदद करेंगे। यूपी के लोगों ने कमल (बीजेपी) को चुना है। फायदा राज्य के लोगों तक ईमानदारी से पहुंच रहा है। यहां माफिया और गुंडे खत्म हो गए हैं और लोग शांति से हैं। मौर्य ने दावा किया कि, 2012, 2014, 2017 और 2019 में चुनाव हारने के बाद समाजवादी पार्टी दहशत में है। उन्होंने कहा कि, उन्हें अगले साल फिर से विधानसभा चुनाव हारने के लिए तैयार रहना चाहिए।