उत्तर प्रदेश में आज से मानसून सत्र शुरु हो रहा है। सरकारे एक दूसरे पर निशाना साधने और आरोप लगाने के लिए तैयार है। सत्र शुरु होने से पहले ही राज्य में बीजेपी सरकार को घेरने के लिए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने पूरी तैयारी कर ली है , बीजेपी के खिलाफ विरोध करते हुए सभी विधानसभा और विधान परिषद् के सदस्यों के साथ सपा कार्यकाल से विधानसभा तक पैदल मार्च करेंगे।
जनता से जुड़े मामले महंगाई,बेरोजगारी व लॉ एंड ऑडर जैसे मुद्दों को लेकर मार्च निकला जाएगा।अखिलेश यादव की पद यात्रा सिर्फ 3 सिर्फ किलोमीटर की है , लेकिन साथ ही बताया जा रहा है कि इस पद यात्रा के दौरान बड़ा संदेश देना चाहते है। इस मार्च को देखते हुए भारी सुरक्षाबल तैनात किया गया है।सपा की रणनीति को देखते हुए सत्र काफी ज्यादा हंगामेदार होने वाला है।
समजवादी पार्टी का पैदल मार्च शुरु होते ही जुबानी जंग काफी तेज हो गई है। उप- मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, सपा मार्च की आड़ में विरोध प्रदर्शन कर रही है। वो बिल्कुल भी जनता के हित में नहीं है। अगर उन्हें जनता के हिंट में ही बात करनी है तो सदन में करनी चाहिए। तभी सरकार चर्चा के लिए भी तैयार होगी।
उसके बाद अखिलेश यादव ने कहा कि इस राज्य में अराजकता की कोई जगह नहीं है। किसी भी दल या व्यक्ति को लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखने का अधिकार है। और अगर उन्हें किसी से अनुमति मांगनी होगी, तो पुलिस उन्हें सुरक्षा तरीका बता देगी।