समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आह्वान पार्टी कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध में एक अक्टूबर को राज्यभर में सभी तहसीलों पर धरना प्रदर्शन करेंगे।
श्री यादव ने रविवार को यहां जारी बयान में कहा है कि पार्टी ने 09 अगस्त को प्रदेश की जनसमस्याओं को लेकर जिला मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण धरना दिया गया था,लेकिन सरकार के कान पर जूं नहीं रेंगी। समस्याओं के समाधान के बजाय एक सितम्बर से बिजली की दरों में बढ़त्तरी कर दी गई। उन्होंने कहा कि सरकार ने यातायात सुधार के नाम पर भारी जुर्माना लगा दिया गया।
उन्होंने भाजपा सरकार पर बदले की भावना से सांसद मोहम्मद आजम खां के खिलाफ कार्रवाई करने का आरोप लगाया। सरकार के इशारे पर जौहर अली विश्वविद्यालय को नेस्तनाबूद करने की साजिशें हो रही है। ऐसी स्थिति में 11 सूत्री मांगो को लेकर धरना के माध्यम से गूंगी-बहरी भाजपा सरकार को जगाने का काम किया जायेगा।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा किसानों, नौजवानों, गरीबों से जो-जो वायदे करके सत्ता में आई थी उसने अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया, बल्कि जनता को गुमराह करने का ही काम किया है। उन्होंने कहा कि आज किसान बदहाल है, कर्जदार आत्महत्या कर रहा है। नौजवान बेरोजगारी का शिकार है। उद्योग धंधे बंद होने से कर्मचारियों की छंटनी हो रही है। प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त है। फर्जी एनकाउण्टर हो रहे हैं। निर्दोष लोगें का उत्पीड़न हो रहा है। पार्टी के कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमें लगाए जा रहे हैं।
श्री यादव ने कहा कि मंहगाई चरम पर है। डीजल-पेट्रोल, रसोई गैस सभी के दाम बढ़ते जा रहे हैं। ग्रामीण कृषि श्रेणी के उपभोक्ताओं को अब पहले से 15 फीसद अधिक बिजली बिल का भुगतान करना पड़गा। यातायात को नियमित-नियंत्रित करने के नाम पर वाहन की कीमत से ज्यादा जुर्माना वसूला जाने लगा है। अवस्थापना सुविधाओं का अभाव है। विकास कार्य ठप्प हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी सरकार के कार्यों पर ही भाजपा सरकार अपने नाम के ठप्पे लगा रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार के दावों के विपरीत भ्रष्टाचार पर कोई रोक नहीं है। बिना रिश्वत काम नहीं हो रहे हैं। महिलाओं, बच्चियों के साथ छेड़खानी, अपहरण हत्या और दुष्कर्म की घटनाएं अब आए दिन की बातें हो गई हैं। अल्पसंख्यकों की स्थिति दयनीय है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी जनता के हितों के साथ खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं करने वाली है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि एक अक्टूबर को राज्य की प्रत्येक तहसील पर शांतिपूर्ण ढंग से भारी तादाद में पहुंचकर धरना देकर भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों का भी पर्दाफाश करें।