संयुक्त राष्ट्र के ‘सतत समन्वित विकास’ के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए परस्पर संवाद करने के मकसद से उत्तर प्रदेश विधानसभा का विशेष सत्र एक अक्टूबर के आसपास बुलाया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने इस संबंध में सर्वदलीय बैठक के बाद कहा, ”विधानसभा का यह सत्र एक अक्टूबर के आसपास होगा और मुख्यमंत्री से सहमति प्राप्त करने के बाद तारीख तय की जाएगी ।”
उन्होंने कहा, ”लेकिन सत्र तय हो गया है । ये सत्र लगातार 48 घंटे चलेगा । सभी विधायकों को बोलने का अवसर मिलेगा ।” दीक्षित ने कहा कि विचार ये था कि संयुक्त राष्ट्र में 2015 में दुनिया से गरीबी, अशिक्षा और कुपोषण दूर करने के लिए संकल्प किये गये थे । भारत ने संयुक्त राष्ट्र के उस संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर किये थे।
उन्होंने कहा, ”उस दृष्टि से उत्तर प्रदेश विधानसभा का ये सत्र बुलाया गया है … जीवन को क्वालिटेटिव (गुणवत्तापूर्ण) बनाने वाले संयुक्त राष्ट्र के जो आधारभूत लक्ष्य थे, उन पर कैसे काम किया जाए ।” दीक्षित ने कहा कि विधायक संयुक्त राष्ट्र के सतत समन्वित विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संवाद करेंगे।
उन्होंने बताया कि इसी सत्र के संबंध में बातचीत के लिए उत्तर प्रदेश के सभी दलों के विधानसभा के नेताओं को बुलाया था, जिनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी सहित सभी दलों के नेता शामिल थे।