उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिए बिना उन्हें ‘ जिन्ना का अनुयायी’ बताते हुए कहा, जिन्ना के अनुयाइयों को प्रदेश की जनता सबक सिखाने को तैयार है।उन्होंने कहा कि जेवर उत्तर क्वालिटी के गन्ने के लिए प्रसिद्ध है। विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंकते हुए सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोगों ने मिठास घोलने की बजाय लगातार दंगे कराए। उन्होंने कहा कि आज देश के सामने दो विकल्प हैं। या तो देश अपने गन्ने की मिठास फैलाए या फिर जिन्ना की नफरत।
दरसल योगी आदित्यनाथ की ‘गन्ना बनाम जिन्ना’का मुद्दा साल 2018 का है। कोरोना उपचुनाव से से पहले यह मुद्दा शुरू हुआ था. साल 2022 में यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले एक बार फिर जिन्ना के नाम पर विवाद शुरू हो गया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरदार पटेल की जयंती के मौके पर पूर्व पीएम नेहरू के साथ ही जिन्ना का भी जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि जिन्ना ने नेहरू जी के साथ पढ़ाई की और दोनों साथ में ही बैरिस्टर बने। सपा अध्यक्ष ने कहा था कि देश को आजादी दिलाने में जिन्ना ने भी मदद की थी। उन्होंने भी देश की आजादी के लिए संघर्ष किया था।
चुनाव से पहले जिन्ना के जिन वाली राजनीति
अखिलेश यादव की जिन्ना पर की गई टिप्पणी के बाद यूपी विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। इसके बाद भी अखिलेश अपना यह बयान वापस लेने के लिए तैयार नहीं हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज जेवर एयरपोर्ट के उद्घाटन समारोह में एक बार फिर से इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने जनता से किया कि देश को गन्ने की मिठास चाहिए या जिन्ना की नफरत।
गन्ने के लिए फेमस हैं ‘जेवर’
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने आज जेवर हवाई अड्डे का उद्घाटन किया।आगामी दिनों में यह एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बनने जा रहा है। इस हवाई अड्डे को बनाने में करीब 15,000 से 20,000 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा। इसके पहले चरण में 10,050 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस एयरपोर्ट पर दो यात्री टर्मिनल होंगे, जबकि टर्मिनल 1 में हर साल 30 मिलियन 10 यात्रियों की क्षमता होगी और टर्मिनल 2 मेंहर साल 40 मिलियन यात्रियों की क्षमता होगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के मुताबिक टर्मिनल 1 को भी दो फेज में बनाया जाएगा। दोनों फेज में हर साल 12 मिलियन यात्रियों के लिए और दूसरे में 18 मिलियन यात्रियों की अतिरिक्त क्षमता रहेगी। इस एयरपोर्ट का निर्माण कार्य साल 2024 तक पूरा हो जाएगा।