पांच दिन के दौरे पर भारत आए श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे रविवार को वाराणसी पहुंच गए हैं। अपने इस वाराणसी दौरे में वे वाराणसी और सारनाथ के अनेक मुख्य स्थानों का भ्रमण करेंगे। यहां वह बाबा विश्वनाथ और कालभैरव का दर्शन करेंगे और सारनाथ स्थित भगवान बुद्ध की अस्थियों का अवशेष देखने और उनकी प्रथम उपदेश स्थली को नमन करने भी जाएंगे।
महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया के संयुक्त सचिव भिक्षु के मेधांकर थेरो ने कहा कि बाबतपुर एयरपोर्ट पर श्रीलंकाई प्रधानमंत्री का निदेशक आकाशदीप ने भव्य स्वागत किया। उन्होंने बताया कि, “प्रधानमंत्री सारनाथ भी जाएंगे और बुद्धा भगवान् की उपदेश स्थली, धमेख स्तूप के दर्शन भी करेंगे। इसके बाद वह मूलगंध कुटी विहार में बौद्ध मंदिर में भगवान बुद्ध का पूजन कर बौद्ध भिक्षुओं से आशीर्वाद लेंगे। इस दौरान वह सारनाथ पुरातात्विक संग्रहालय भी देखेंगे।”
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विश्वनाथ मंदिर सहित प्रमुख मार्ग जहां से महिंदा राजपक्षे का काफिला गुजरेगा, वहां पर भारत श्रीलंका के मजबूत रिश्तों के प्रतीक पोस्टर लगाए गए हैं और पूरे रास्ते को उनके स्वागत में सजा दिया गया है। पोस्टर में श्रीलंका के प्रधानमंत्री का स्वागत करने का संदेश भी तमिल व सिंहली भाषा में लिखकर रिश्तों को मजबूत किया गया है। वहीं श्रीलंका के प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए दस बजे से काशी विश्वनाथ मन्दिर प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है और आम भक्तों का छत्ताद्वार से प्रवेश बन्द कर दिया गया।
माघी पूर्णिमा होने की वजह से मंदिर में इन दिनों श्रद्धालुओं की काफी भीड़ बनी रहती है। प्रधानमंत्री के सुरक्षा को देखते हुए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बता दें कि श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे भारत की यात्रा पर शुक्रवार को पहुंचे थे। दिल्ली में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की ।