उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स(एसटीएफ) और लखीपुर-खीरी पुलिस ने संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए डकैती डालने जा रहे अन्तरजिला अपराधी गिरोह के छह बदमाशों को गिरफ्तार करके उनकी योजना को नाकाम कर दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी दी। सूचना मिली कि शातिर अपराधी नितेन्द, कुमार वर्मा उर्फ गुरूजी खीरी के पसगंवा इलाके में स्थित मुलायम सिंह यादव बालिका इन्टर कालेज, में सहायक अध्यापक है वह सीतापुर व लखीमपुर के शातिर अपराधियों को शरण देकर अपराधियों से घटनाएं कराकर अपना हिस्सा ले लेता है।
घटना के बाद वह प्रकाश में भी नहीं आता है। इसी क्रम में सूचना संकलन के दौरान जानकारी मिली की नितेन्द कुमार उर्फ गुरूजी सीतापुर जिले के मोहम्मदी इलाके में लखेडा पूर्वी के निवासी अधिवक्ता राम दिनेश वर्मा के घर पर डकैती डलवाने के फिराक में हैं।
उन्होंने बताया कि पता चला कि जिस रात रामदिनेश वर्मा घर पर नहीं रहेगें उसी रात डकैती की घटना को अंजाम दिया जायेगा। इसी क्रम में गुरुवार नितेन्द, वर्मा उर्फ गुरूजी ने सीतापुर जिले के कमलापुर के हिस्ट्रशीटर मान सिंह जिसके विरूद्व गम्भीर धाराओं में 12 से अधिक अभियोग पंजीकृत हैं को उसके साथी निर्मल सिंह के साथ पसगवां बुलाया तथा दो अपराधी मोहम्मदी के दुर्वेष उर्फ डीके और श्रीकान्त मिश्र उर्फ मुनक्के पंडित व फूलकिशन रैदास को बुलाकर घटना को अन्जाम देने की फिराक में है।
श्री पंकज ने बताया कि सटीक सूचना पर एसटीएफ मुख्यालय से एक टीम उपनिरीक्षक शिवनेत्र के नेतृत्व में वहां रवाना की गयी और मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि जेबीगंज मोहम्मदी मार्ग से छपौरा जाने वाली रोड पर बदमाश एकत्रित होकर डकैती डालने के लिए जा रहे है।
इस सूचना पर पसगवां थाने की पुलिस को साथ लेकर कर तत्काल कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ के दौरान मुख्य आरोपी शिक्षक नितेन्द, कुमार वर्मा उर्फ गुरू जी के अलावा सीतापुर निवासी मान सिंह, खीरी निवासी दुर्वेश यादव उर्फ डीके,सीतापुर निवासी निर्मल सिंह के अलावा खीरी निवासी श्रीकान्त मिश्रा उर्फ मुन्क्के पंडित और फूल किशन रैदास को गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों के कब्जे से तीन बाइक, दो तमंचे, कुछ कारतूस और पांच मोबाइल फोन आदि बरामद किए गये। गिरफ्तार बदमाश नितेश कुमार वर्मा ने पूछताछ में बताया कि अधिवक्ता राम दिनेश वर्मा के पास काफी पैसा रूपया है, जो सुखवसा के मूलनिवासी है।
उसका बेटा बैंक में नौकरी करता है और उसकी शीघ, ही शादी हुई थी। उनके घर पर लगभग 40 से 50 लाख रूपये और जेवरात आदि होने की सम्भावना थी। इसी कारण वह अपने अपराधी साथियों के साथ मिलकर डकैती डालने जा रहा था। गिरफ्तार बदमाशों को जेल भेज दिया गया है।