उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक हिन्दी समाचार चैनल के पूर्व प्रदेश प्रमुख को एक व्यक्ति से कथित रूप से 9 करोड़ 72 लाख रूपये की धोखाधड़ी करने के मामले में गिरफ्तार किया है। एसटीएफ से जारी एक बयान के मुताबिक पशुपालन विभाग में फर्जी टेंडर मामले में संतोष मिश्रा को शुक्रवार सुबह साढ़े नौ बजे लखनऊ के बाहरी इलाके, अयोध्या मार्ग से गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड व विभिन्न बैंकों के पांच डेबिट कार्ड बरामद किये गये है।
एसटीएफ ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि अभियुक्त संतोष मिश्रा जो पूर्व में एक निजी समाचार चैनल का यूपी प्रमुख था वह गिरफ्तारी से बचता फिर रहा है, जो आज लखनऊ से बाहर कहीं जाने वाला है। एसटीएफ और पुलिस टीम ने वहां पहुंच कर मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया।
एसटीएफ द्वारा जारी बयान के मुताबिक मध्य प्रदेश इंदौर के मन्जीत सिंह भाटिया ने एक शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ लोगों ने उत्तर प्रदेश पशुपालन विभाग के नाम से फर्जी टेंडर निकाल कर उनसे 9 करोड़ 72 लाख रूपये ठगे हैं। इस सम्बन्ध में थाना हजरतगंज जनपथ लखनऊ में मामला दर्ज है। बयान में बताया गया है कि एसटीएफ ने भाटिया को ठगने वाले फर्जी टेंडर गिरोह का भंडाफोड़ किया और दो वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार व्यक्तियों में पशुधन, मत्स्य एवं दुग्ध विकास राज्य मंत्री का मुख्य निजी सचिव रजनीश दीक्षित, मंत्री का निजी सचिव धीरज कुमार, खुद को पत्रकार बताने वाला एके राजीव उर्फ अखिलेश कुमार तथा एक अन्य आशीष राय शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि इनके खिलाफ भारतीय दंड सहिता की विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।