उत्तर प्रदेश के एक सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के छात्रों के समूह ने परिसर में बुर्का पहने छात्रों के विरोध में पहने गए भगवा स्कार्फ को हटाने के निर्देश पर हंगामा किया। संस्थान ने एक नोटिस जारी किया है, जिसमें सभी छात्रों को 'केवल निर्धारित ड्रेस कोड में आने का निर्देश दिया गया है, अन्यथा उनकी उपस्थिति दिन के लिए चिह्न्ति नहीं की जाएगी'। संस्थान के प्राचार्य नवाब सिंह ने कहा कि छात्रों के लिए ड्रेस पर निर्धारित नियम हैं और सभी को उनका पालन करना चाहिए।
कॉलेज में हिजाब को लेकर हुआ जमकर विवाद
यहां 200 लड़कियों समेत करीब 1,500 छात्र हैं, जिनमें 20 मुस्लिम हैं। एक वरिष्ठ संकाय सदस्य हरीश चंद्र ने कहा, सोमवार को, कुछ छात्र अपने गले में 'गमछा' (दुपट्टा) पहनकर कॉलेज आए। जब उन्हें इसे हटाने के लिए कहा गया, तो उन्होंने परिसर में बुर्का पहने छात्राओं पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि ड्रेस कोड लागू करने के आश्वासन के बाद उन्होंने अपने स्कार्फ हटा दिए।
छात्रों ने कही ये बात
विरोध में शामिल हुए मोहित कुमार ने कहा कि उन्होंने प्रिंसिपल को 'ड्रेस कोड के उल्लंघन' के बारे में सूचित किया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा, जब मैं भगवा गमछा पहनकर संस्थान आया, तो शिक्षकों ने आपत्ति जताई और मुझे इसे हटाने के लिए कहा। लेकिन मैंने उनसे कहा कि पहले छात्रों को कैंपस में बुर्का पहनने से रोकें। उन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि हर छात्र ड्रेस कोड का पालन करेगा।