माकपा नेता एवं पूर्व सांसद सुभाषिनी अली ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लोग पुलिस मित्र बना दिए गये हैं, जो कि डंडे चला रहे हैं। माकपा नेता सुभाषिनी अली ने नहटौर में 20 दिसंबर को सीएए के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान मारे गए सुलेमान और अनस के परिवारों को सांत्वना देने के बाद रविवार शाम उत्तर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि आरएसएस के लोगों को पुलिस मित्र बना दिया गया है जिनसे पुलिस डंडे चलवा रही है।
उन्होंने सीएए को गैर संवैधानिक बताते हुए कहा कि 12 मुख्यमंत्री इसे नकार चुके हैं मगर बीजेपी देश में ध्रुवीकरण करना चाहती है और कुछ लोगो के मतदान करने के अधिकार को समाप्त करना चाहती है जिसे सफल नहीं होने दिया जाएगा। सुभाषिनी ने कहा कि जो प्याज का दाम नियंत्रित नहीं कर सकते, वे 130 करोड़ लोगों की पहचान कैसे करेंगे।
नहटौर मामले को लेकर उन्होंने स्थानीय पुलिस पर आरोप लगाया कि सुलेमान को 20 दिसंबर को आत्मरक्षा में मारने और उस पर गोली चलाने का आरोप लगाने वाली पुलिस यह नहीं बता रही कि अगर सुलेमान के पास असलहा था तो वह कहां गया। उन्होंने नहटौर कांड की न्यायिक जांच की मांग की है।