उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर जिले के औरंगाबाद थाना क्षेत्र में 10 अगस्त को हुई सुदीक्षा भाटी की मौत सड़क दुर्घटना में हुई थी क्योकि जांच में छेड़खानी का कोई सबूत नहीं मिला है। पुलिस ने बुलेट मोटरसाइकिल बरामद कर दो युवकों को गिरफ्तार किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने आज यहां कहा कि दादरी थाने के गांव डेरी स्नेकर निवासी सुदीक्षा भाटी 10 अगस्त को बाइक से अपने गांव से बुलंदशहर के औरंगाबाद थाना अंतर्गत अपने मामा यहां जा रही थी। चरोरा के पास सड़क दुर्घटना में उसकी मौत हो गई जबकि उसका भाई निगम भाटी घायल हो गया।
घटना की रिपोर्ट मृतक के पिता जितेंद, भाटी ने थाने में दर्ज कराई जिसमें कहा गया था कि मृतका अपने चाचा सतेंद्र भाटी के साथ बाइक से अपने मामा के यहां जा रही थी। परिजनों ने दुर्घटना से पूर्व मृतका के साथ छेड़खानी होने का भी आरोप लगाया। परिजनों का आरोप था कि बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार दो युवकों ने सुदीक्षा के साथ छेड़छाड़ की जिसके चलते दुर्घटना हुई।
मेरठ मंडल के आईजी प्रवीण सिंह ने सीओ सिटी दीक्षा सिंह के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया। वहीं एसएसपी ने सर्विलांस टीम सहित पांच टीमों को जांच करने के निर्देश दिए। उनके आदेश पर पुलिस ने जिले भर की बुलेट मोटरसाइकिल की धरपकड़ शुरू कर दी। बताया गया था कि जिस मोटरसाइकिल सवारों ने मृतका के साथ छेड़खानी की उसका रंग काला था और उस पर जाट लिखा हुआ था। स्थानीय आरटीओ ऑफिस से 10719 बुलेट मोटरसाइकिल का रिकार्ड खंगाला गया, वहीं सर्विलांस टीम ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर जांच शुरू की।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि दुर्घटना के वक्त मृतका वाली बाइक उसका चाचा सतेंद्र भाटी नहीं बल्कि भाई निगम भाटी चला रहा था जिसका सत्यापन चाचा के मोबाइल फोन की लोकेशन से होता है। उन्होंने कहा कि पिता की तहरीर में भी छेड़खानी का कोई जिक्र नहीं है। जिन 10179 बुलेट मोटरसाइकिल का रिकॉर्ड आरटीआई ऑफिस से लिया गया उनमें से किसी की भी लोकेशन 10 अगस्त को सुबह 8:30 बजे से 9:00 बजे तक औरंगाबाद रोड पर नहीं मिली।
उन्होंने बताया कि सिकंदराबाद टोल प्लाजा से लेकर घटनास्थल के बीच 12 महत्वपूर्ण स्थानों पर लगी सीसीटीवी की फुटेज भी कंगाली गई। सुबह 8:25 पर भूत चौराहे पर मृतका अपने भाई के साथ बाइक पर बैठी नजर आ रही है। या कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गांव कुरली थाना गुलावटी निवासी चौधरी दीपक सोलंकी और राजू को गिरफ्तार कर बुलेट मोटर साइकिल बरामद की है।
अभियुक्तों ने बताया की उनकी बुलेट आगे चल रही थी। उनके आगे एक टेंपो और उसके आगे एक बुग्गी थी। अचानक आगे चल रहा टेंपो रुक गया जिसपर उनको भी बुलेट के इमरजेंसी ब्रेक लगाने पड़ जिस कारण पीछे चल रहे बाइक उनकी बुलेट से भिड़ गई।
दुर्घटना के बाद डर से उन्होंने अपनी बुलेट का रंग बदलवा लिया नंबर प्लेट आदि भी बदल लिए। सुदीक्षा की मौत निश्चित रूप से सड़क दुर्घटना में हुई है। दुर्घटना से पूर्व उसके साथ किसी प्रकार की छेड़खानी का कोई सबूत नहीं मिला है। घटना की रिपोर्ट राज्य सरकार को भेज दी गई है।