एक्सप्रेसवे पर रफ्तार कहर बरपा रही है। इस रफ्तार ने कई लोगों की जान ले ली है। दरअसल शुक्रवार को हुए हादसे ने लोगों का दिल दहला दिया। बताया जा रहा है कि तेज रफ्तार में जा रही कार अनियंत्रित हो कर 10-11 बार सड़क पर पलटते हुए डिवाइडर से टकराकर हवा में उछल गई। इसका बाद एकार दूसरी लेन में जाकर एक अन्य कार से टकरा गई। डिवाइडर से टकराने के बाद कार का टायर फटा तो ऐसा लगा कि कार का इंजन फट गया। कार के टायर के नीचे फंसा था दिवंगत दिनेश की सास कांति का सिर और कुछ शव सड़क पर बिखरे गए जबकि दिवंगत दिनेश की सास कांति का सिर कार के आगे के टायर के नीचे फंसा मिला।
कार में सवार युवक का पैर टूटकर पेट में चिपक गया
पैर टूटकर पेट में चिपक गया। वहीं कुछ लोगों के शरीर के कुछ हिस्से दूर-दूर पड़े मिले। चीत्कार के बीच दौड़े लोग चार साल के मासूम आर्यन की सांसें चलती देख उसे दोनों हाथ में उठाकर एंबुलेंस की ओर भागे। अपनों के शवों को सड़क पर बिखरा पड़ा देख घायल 10 साल का बेटा लक्ष्यवीर लड़खड़ाते हुए कुछ दूर चला और चीखते हुए फिर गिर गया। सीएचसी में एक घंटे इलाज के बाद उसे भी लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है।
सड़क पर लाशें देखकर हैरान हुए लोग
दूसरे वाहन में सवार और मददगार लोग सड़क पर बिखरे शवों को देख आवागमन रुक गया। अपने-अपने वाहनों से उतरे लोग भी मदद के लिए दौड़ पड़े। मासूम आर्यन को कार से उतरे एक युवक ने दोनों हाथों में उठाया और किनारे की ओर भाग पड़ा। 10 मिनट बाद यूपीडा व पुलिस पहुंची और राहत बचाव कार्य शुरू किया गया। सैकड़ों लोगों की भीड़ एक्सप्रेसवे पर जमा हो गई