उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में मोदी नाम की सुनामी चल रही है और अगड़े, पिछड़े एवं दलित की त्रिवेणी का मोदी समीकरण हर गठबंधन पर भारी है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 2014 के पिछले चुनाव में मोदी नाम की आंधी चल रही थी और इस बार मोदी नाम की सुनामी चल रही है। पिछली बार जाति समीकरण प्रभावी था और इस बार मोदी समीकरण भारी हैं।
उन्होंने कहा कि पिछली बार उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार होने के बावजूद लोकसभा की 73 और विधानसभा की 325 सीटें जीती थीं। इस बार यह आंकड़ा पार होगा। उन्होंने कहा कि इस बार हर तरह की गुंडागर्दी, अराजकता खत्म हो चुकी है और इसी से जीत का अंतर बढ़ेगा। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में अगड़े, पिछड़े और दलित की त्रिवेणी है जिसके सामने कोई भी गठबंधन ठहर नहीं पाएगा।
मोदी समीकरण के उभार के कारणों की चर्चा करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पांच साल की मोदी सरकार ने जो काम करके दिखाया है वो कांग्रेस के 55 साल के शासन में नहीं हुआ है। इसी तरह से उत्तर प्रदेश की योगी आदित्य नाथ की सरकार ने दो साल में जो किया वह 15 साल में सपा और बसपा के शासन में नहीं हुआ है। इसका परिणाम यह हुआ है कि गठबंधन के जवाब में जनता भारतीय जनता पार्टी के समर्थन में कड़े हो गई है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने देश के मुद्दों को ऐसे आत्मसात किया है कि विपक्ष को राष्ट्रहित, देशहित जैसे शब्दों से एलर्जी होने लगी है। उन्होंने कहा कि भारत माता की जय, जय श्रीराम, वंदे मातरम्, हर हर महादेव के नारे विपक्ष को बीजेपी के नारे महसूस होते हैं। जबकि हर राजनीतिक दल को ये नारे अपनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस मानसिकता के कारण विपक्ष को राष्ट्रवाद और विकासवाद से डर लगने लगा है। देवी देवताओं के जयघोष से डर लगता है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकने के लिए गठबंधन बनाया लेकिन जनता ने तय कर लिया है कि प्रधानमंत्री मोदी को फिर से सरकार में लाना है।