वाराणसी के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) में कल देर रात राजाराम और बिड़ला सी हॉस्टल के छात्रों के बीच जमकर बवाल हुआ। एक मामूली विवाद ने इस कदर रूप बदला कि पत्थरबाजी के साथ गोलियां भी चली। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए कई थानों की फोर्स, PAC और BHU का प्राक्टोरियल बोर्ड को आगे आना पड़ा। घटना में कई छात्रों के घायल होने की जानकारी भी सामने आई है।
दरअसल, विश्वविद्यालय में एक सितंबर से अंतिम वर्ष के छात्रों की कक्षाएं शुरू होनी हैं। हॉस्टल का आवंटन होना है। दोपहर में अंतिम वर्ष के अलावा सभी कक्षाएं चलाने की मांग को लेकर छात्रों ने सिंह द्वार पर धरना दिया था। रात में राजाराम हॉस्टल में छात्र आपस में बातचीत कर रहे थे।
इसी बीच, मामूली कहासुनी पहले विवाद और फिर संघर्ष में बदल गई। देर रात तक दोनों ओर के सैकड़ों छात्र आमने-सामने डटे थे। पत्थरबाजी में कई छात्रों को चोटें आई हैं। सूचना पाकर प्रॉक्टोरियल बोर्ड और कई थानों की पुलिस व पीएसी मौके पर पहुंची। उग्र छात्रों को पुलिस और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य दूर से समझाते रहे, लेकिन छात्र मानने को तैयार नहीं थे।
बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर प्रो. आनंद चौधरी ने बताया कि दोनों गुटों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल मामला नियंत्रण में है। डीसीपी काशी जोन अमित कुमार ने बताया कि दो हॉस्टल के बीच छात्रों में मारपीट और पत्थरबाजी हुई है। दोनों पक्ष की ओर से तहरीर मिली है। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर कार्रवाई की जाएगी।