उत्तर प्रदेश में हाल ही में पुलिस हिरासत में की गई आत्महत्याओं के मद्देनजर आगरा की पुलिस ने अहम फैसला किया है। इस फैसले के तहत आगरा जोन के पुलिस थानों के लॉक-अप में नल और पानी की पाइपलाइन नहीं होगी। कासगंज में एक युवक ने कथित तौर पर पानी के नल से खुद को लटका लिया था। इस घटना को लेकर खूब विवाद हुआ था।
आगरा जोन पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) राजीव कृष्णा ने कहा, “‘जब संदिग्धों को पुलिस हिरासत में लिया जाता है तो पूछताछ के लिए पहले से ही कुछ दिशानिर्देश जारी किए जाते हैं। हालांकि, आगरा जोन में हिरासत में मौत के दो मामले एक आगरा में और दूसरा कासगंज में होने के बाद इन दिशानिर्देशों को फिर से ठीक किया जाएगा और जिला स्तर पर पुलिस प्रमुख को इन दिशानिर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए कहा जाएगा।”
कानपुर : अल्ताफ केस के बाद पुलिस हिरासत में एक और युवक की मौत
एडीजी ने कहा, “इन सुझावों में एक है जिसमें अब पुलिस स्टेशन में लॉक-अप में पानी का नल और पाइपलाइन शामिल नहीं होगी। बिजली कनेक्शन से बचा जाना चाहिए और रोशनी के स्रोत लॉक-अप से दूर होना चाहिए लेकिन फिर भी अंदर उचित रोशनी सुनिश्चित किया जाना चाहिए। वहां लॉक-अप में लाए गए संदिग्धों की उचित तलाशी होनी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वह आत्महत्या में आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली अन्य वस्तुओं जैसे ब्लेड, स्टोल या तार नहीं ले जाए।”
इन दिशानिर्देशों में यह भी आवश्यक है कि लॉक-अप पर गार्ड को संदिग्ध की गतिविधियों पर ध्यान देने के लिए निरंतर निगरानी रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि थाने के प्रभारी को भी थाना लॉकअप में लाए जाने वालों से अवगत कराया जाए।