उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान गंगा नदी में शवों के मिलने का सिलसिला शुरू हुआ था। हरदोई और कन्नौज जिले की सीमा पर गंगा नदी में मिले तीन शवों की सीमा निर्धारित नहीं होने के चलते काफी दिनों तक पड़े रहे। लेकिन बाद में सीमा निर्धारित होने पर कन्नौज पुलिस ने उसे हरदोई पुलिस को सौंप दिया।
कन्नौज के पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा ने रविवार को बताया कि नौरंगपुर चौकी के बदनापुर घाट के सामने गंगा नदी में तीन शव (एक महिला और दो पुरुषों) बहते हुए देखे गए थे। उन्होंने बताया कि कन्नौज पुलिस और गुरसहायगंज पुलिस मौके पर पहुंची और शवों का स्थल हरदोई क्षेत्र होने के कारण हरदोई पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तीनों शव हरदोई पुलिस को सौंप दिये गए हैं और आगे की जांच और कार्रवाई हरदोई की पुलिस करेगी। सूत्रों के अनुसार शव मिलने की सूचना पर कन्नौज जिले की गुरसहायगंज कोतवाली पुलिस शनिवार देर शाम घाट पर पहुंची और उसने जिस जगह पर शव पड़े थे उसे हरदोई की सीमा में पड़ने वाला बताकर पल्ला झाड़ लिया, जिसके बाद हरदोई पुलिस को इसकी सूचना दी गई। देर रात तक हरदोई पुलिस मौके पर नही पहुंची जिसके कारण शव ऐसे ही पड़े रहे।
अपर पुलिस अधीक्षक ने घटना की जानकारी मिलने पर तत्काल कन्नौज और गुरसहायगंज पुलिस को मौके पर पहुंच कर पड़ताल करने के निर्देश दिए। दोनों थाना क्षेत्रों की पुलिस नौरंगपुर चौकी क्षेत्र के बदनापुर पहुंची जहां तीनों शव गंगा में पड़े हुए थे। जांच के बाद उसे हरदोई जिले की सीमा बताया गया और उसे हरदोई पुलिस को सौंप दिया गया।
उन्होंने बताया कि तीनों शवों की अभी शिनाख्त नहीं हो सकी है। उल्लेखनीय है कि पहले भी गंगा नदी में फतेहपुर, उन्नाव, बलिया, गाजीपुर समेत कई जिलों में बड़ी संख्या में शव मिले थे और आशंका जताई गई थी कि कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों के शवों को नदी में फेंक दिया गया है।