फर्रुखाबाद जिले के गंगा पार अमृतपुर क्षेत्र में पिछले दस दिनों से एक बाघ दिखाई देने से हड़कंप मचा हुआ है। तीन दिन पूर्व कैमरे में कैद हुई बाघ की तस्वीर से वन अधिकारी हरकत में आ गये हैं और उसे पकड़ने की कोशिश शुरू हो गई है।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात दो ट्रेस कैमरों में बाघ का चित्र कैद हो गया जिसके बाद वन विभाग ने सख्ती और बढ़ा दी है।
गत दिनों प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव सुनील पांडेय ने उदयपुर पंहुच कर क्षेत्र का दौरा किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिये। पांडेय के निर्देश के बाद पीलीभीत टाइगर रिजर्व व दुधवा नेशनल पार्क लखीमपुर खीरी से विशेषज्ञों की टीम ने डेरा डाल दिया है|
विभागीय सूत्रों के अनुसार जिस जगह पर बाघ की मौजूदगी है उस जगह हजारों बीघा में गन्ना की फसल लगी हुई है जिसमें उसे पकड़ना काफी मुश्किल है|
विशेषज्ञों के निर्देश पर वन विभाग के अधिकारियों ने स्थानीय ग्रामीणों को मुखौटा वितरित किये हैं। ग्रामीणों को सलाह दी गयी है कि वह खेतों की तरफ बर्तन बजाकर जाएँ| इसके साथ ही मुखौटा सिर के पीछे लगाएं जिससे बाघ हमला ना कर सके।