गोण्डा : उमरी बेगमगंज थाना क्षेत्र में शुक्रवार शाम पुरानी राजनीतिक दुश्मनी में हुई गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य जख्मी हो गए। गंभीर रूप से जख्मी एक व्यक्ति को उपचार के लिए लखनऊ भेजा गया है, जबकि दो अन्य घायलों को जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।
तरबगंज के पुलिस क्षेत्राधिकारी महाबीर सिंह ने बताया कि थाना क्षेत्र के परास पट्टी मझवार गांव के संगम पुरवा में शुक्रवार की शाम को दो पुराने राजनीतिक प्रतिद्वन्दियों के बीच उस समय विवाद हो गया, जब महात्मा गांधी नरेगा श्रमिकों को किए गए भुगतान में अनियमितता बरते जाने की शिकायत की जांच करने जिला उपायुक्त मनरेगा व खण्ड विकास अधिकारी मौके पर गए हुए थे।
सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता पक्ष के लोग मौके पर मौजूद थे। इस बीच ग्राम प्रधान के पुत्र व जिला पंचायत सदस्य अतुल सिंह भी अपने सहयोगियों के साथ मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों की मौजूदगी में ही दोनों पक्षों में विवाद हो गया। परिणाम स्वरूप एक पक्ष द्वारा की गई फायरिंग में दूसरे पक्ष के देवेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ लाठी सिंह (52) तथा कन्हैया लाल पाठक (30) की जिला अस्पताल लाते समय मौत हो गई। उन्होंने बताया कि तीन लोग घायल हुए हैं, जिनमें से एक को लखनऊ रेफर किया गया है।
घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इस बीच देवीपाटन परिक्षेत्र के डीआइजी राकेश सिंह भी जिला अस्पताल पहुंचे तथा घायलों के समुचित उपचार के लिए चिकित्सकों को निर्देश दिया।
इस बीच राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने लखनऊ में बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद गोण्डा में घटित फायरिंग की एक घटना में दो लोगों की मृत्यु का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने दोषियों के खिलाफ एनएसए लगाने के निर्देश देते हुए इस घटना में घायल व्यक्तियों के समुचित इलाज की व्यवस्था करने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन के दौरान हुई इस घटना पर जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक को चेतावनी दी है। साथ ही, घटना में उपयोग किए गए असलहे को भी तत्काल बरामद करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों से संवेदना व्यक्त की है।