शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे रविवार को अयोध्या पहुंचे। उन्होंने यहां आज अपने 18 सांसदों के साथ रामलला के दर्शन किए। इस दौरान उद्धव के साथ उनके बेटे आदित्य ठाकरे और शिवसेना सांसद संजय राउत भी मौजूद रहे। बता दें कि यहां पर उद्धव समेत उनके सभी सांसदों को राज्य अतिथि का दर्जा प्राप्त है।
अयोध्या में रामलला के दर्शन के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा, ” कल से लोकसभा सत्र शुरू होगा, इसलिए संसद में प्रवेश करने से पहले सभी शिवसेना सांसद राम लला का आशीर्वाद लेने के लिए यहां आए हैं। हम दृढ़ता से मानते हैं कि मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द किया जाएगा।”
उन्होंने आगे कहा कि मामला लंबे समय से कोर्ट में है। सरकार अब मजबूत है और हम सब एक साथ हैं। मोदी जी में फैसला लेने की हिम्मत है। अगर सरकार राम मंदिर बनाने का फैसला लेती है तो इसे रोकने वाला कोई नहीं होगा।
शिवसेना के प्रदेश प्रमुख अनिल सिंह ने बताया कि अभी तक शिवसेना के केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत, सांसद संजय यादव, सांसद सदाशिव लोखंडे व सांसद ओम राजे सहित कुछ अन्य सांसद पहुंच चुके हैं। उन्होंने बताया कि शिवसेना के कुछ सांसद शनिवार देर रात ही अयोध्या पहुंच गए थे। वह होटल में रुके, जहां से रविवार सुबह वे उद्धव ठाकरे के साथ रामलला का दर्शन करने गए।
सांसदों का कहना है कि वे रामलला की धरती पर आकर खुद को धन्य मानते हैं, उनके मन में राम जन्मभूमि के दर्शन करने की व्याकुलता है। अनिल सिंह ने कहा, “सभी सांसदों का मत है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बने यह शिवसेना ही नहीं, संपूर्ण भारत का हिंदू समाज चाहता है।”
इससे पहले शनिवार को शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, “हमारे लिए अयोध्या और राम मंदिर राजनीति का विषय नहीं हैं, बल्कि विश्वास और धर्म का विषय है। हमने मंदिर के नाम पर कभी वोट नहीं मांगा और कभी ऐसा नहीं करेंगे।” पार्टी के नेता संजय राउत ने बताया कि उद्धव ठाकरे ने नवंबर में कहा था कि वह चुनाव के बाद पुन: अयोध्या आयेंगे। इसी वजह से वह यहां आए हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव हैं। उद्धव ठाकरे की अयोध्या यात्रा को राम मंदिर मुद्दे को लेकर भाजपा पर दबाव बनाने की शिवसेना की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि शिवसेना ने कहा है कि ठाकरे के दौरे को चुनावी नजरिये से नहीं देखा जाना चाहिए।