लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के मुख्य आरोपी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को गुरुवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने जमानत दे दी। बता दें कि यह जमानत उस वक्त दी गई है जब उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण की शुरुआत हुई है। आशीष मिश्रा को 9 अक्टूबर 2021 को लखीमपुर खीरी मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें हालही में निरस्त किए गए कृषि कानूनों के विरोध में कम से कम 4 किसान और एक पत्रकार की मौत हुई थी।
आशीष मिश्रा को बनाया गया था मुख्य आरोपी
उत्तर प्रदेश पुलिस ने 3 जनवरी को लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में 5,000 पन्नों का चार्जशीट दाखिल की थी। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी के रूप में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को नामित किया था। यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा लखीमपुर की यात्रा से पहले किसानों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं के जीवन का दावा करने वाले किसानों के विरोध के दौरान हुई हिंसा के बाद 3 अक्टूबर को आठ लोगों की मौत हो गई थी।
SIT का दावा- सुनियोजित साजिश के तहत की गयी थी हत्या
मरने वाले 8 लोगों में 4 कार सवार लोग थे जो यूपी के मंत्री का स्वागत करने आए भाजपा कार्यकर्ताओं के काफिले का हिस्सा थे, 4 अन्य किसान थे। लखीमपुर खीरी हिंसा कांड की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने कहा था कि प्रदर्शन कर रहे किसानों की हत्या एक सुनियोजित साजिश के तहत की गयी थी। आरोप पत्र में पुलिस ने कहा था कि उन्होंने जांच के दौरान पाया कि आशीष मिश्रा उस समय घटनास्थल पर ही मौजूद थे जब इस हिंसा को अंजाम दिया गया था। चार्जशीट में आशीष मिश्रा के एक रिश्तेदार को भी आरोपी बनाया गया था।