उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में महिला प्रधान निर्वाचित हुईं हैं, उन्हें विश्वविद्यालय से जोड़ें तथा प्रशिक्षण के माध्यम से विभिन्न सरकारी योजनाओं की उन्हें जानकारी देकर ग्राम सभा के विभिन्न कार्यों जैसे टीकाकरण, शिक्षा, पोषण, स्वावलंबन और स्वच्छता के लिये प्रेरित करें, ताकि वे अपनी ग्राम सभा का चौमुखी विकास कर सकें।