नई दिल्ली/ लखनऊ: उन्नाव गैंगरेप मामले में शनिवार (14 अप्रैल) को आरोपी बीजेपी के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की कोर्ट में पेशी होगी। विधायक कुलदीप को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा। ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि शनिवार को सीबीआई कोर्ट में सेंगर की ट्रांजिट रिमांड के लिए याचिका भी दाखिल की जाएगी. इससे पहले सीबीआई ने कुलदीप सेंगर को हिरासत में लेकर करीब 17 घंटे तक पूछताछ की और फिर शुक्रवार (13 अप्रैल) रात करीब साढ़े नौ बजे उसे गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के मुताबिक, सीबीआई शनिवार को गैंगरेप पीड़ित और उसके परिवारवालों से भी पूछताछ करेगी।
पीड़िता पहुंची CBI दफ्तर, कुछ देर में होगा मेडिकल टेस्ट
उन्नाव गैंगरेप मामले में पीड़िता का परिवार मेडिकल चेकअप के लिए लखनऊ के सीबीआई दफ्तर पहुंच चुका है। जहां कुछ देर में पीड़िता का मेडिकल टेस्ट करवाया जाएगा। पीड़िता ने कहा कि पीएम मोदी ने इस घटना को संज्ञान में लिया है। हमे उम्मीद है कि अब हमें न्याय जरुर मिलेगा। इससे पहले आज सुबह सीबीआई की टीम ने आरोपी विधायक कुलतीप सेंगर का मेडिकल टेस्ट लोहिया अस्पताल में करवाया है। जिसके बाद कुलदीप सेंगर को लेकर सीबीआई टीम वापस मुख्यालय लेकर आ गई है।
CBI को सौंपी कॉल रिकॉर्डिंग
पीड़िता के चाचा बताया कि शुक्रवार (13 अप्रैल) को उन्होंने पूछताछ के दौरान उन्होंने सीबीआई की टीम को उन्होंने कॉल रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराई है। उन्होंने बताया कि पीड़िता की मां, बहन और पीड़िता की दादी से सीबीआई ने अलग-अलग पूछताछ की गई।
CBI को मिलें सबूत !
सूत्रों के मुताबिक, उन्नाव में सीबीआई को प्रारंभिक जांच में ही आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनके दूसरे आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले हैं। सीबीआई ने सेंगर के दोनों मोबाइल फोन अपने कब्जे में ले लिए हैं। जांच टीम फोन के जरिए पड़ताल की कोशिश करेगी कि गत 3 अप्रैल से 13 अप्रैल की सुबह तक विधायक ने किन-किन लोगों से बात और चैट की।
पीड़िता के परिवार को लखनऊ बुलाया
सीबीआई की टीम ने शुक्रवार (13 अप्रैल) को पीड़िता और उसके परिजनों से करीब 4 घंटे तक पूछताछ की। जानकारी के मुताबिक, आगे की पूछताछ के लिए सीबीआई की टीम ने पीड़िता को उसके परिवार के साथ लखनऊ बुलाया है। पीड़िता के चाचा के मुताबिक सीबीआई की टीम ने उनसे केस के बारे में शुरुआत से पूछताछ की है।
सीबीआई ने तीन मामलों में दर्ज किया है एफआईआर
इस मामले में पहली प्राथमिकी कथित बलात्कार के संबंध में है जिसमें सेंगर और एक महिला शशि सिंह आरोपी हैं।
दूसरी प्राथमिकी हिंसा से और पीड़िता के पिता की न्यायिक हिरासत में मौत से संबंधित है। हिंसा मामले में चार स्थानीय लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, चूंकि पुलिस ने हत्या के आरोप बाद में जोड़े हैं, इसलिए ये सीबीआई की प्राथमिकी में दर्ज नहीं है।
तीसरा मामला पीड़िता के पिता के खिलाफ उन आरोपों से जुड़ा है, जिसमें उन्हें शस्त्र कानून के तहत गिरफ्तार करके स्थानीय पुलिस ने जेल में बंद कर दिया था। वहां रहस्यमयी हालत में उनकी मौत हो गई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनके शरीर पर चोट के निशान पाए जाने की बात सामने आई है।
पीड़िता ने विधायक सेंगर पर लगाया है रेप का आरोप, मांगी फांसी की सजा
पीड़िता का आरोप है कि विधायक ने चार जून 2017 में अपने आवास पर उसके साथ दुष्कर्म किया था जब वह अपने रिश्तेदार के साथ वहां नौकरी मांगने गई थी। पीड़िता के पिता की विधायक के भाई तथा अन्य की कथिततौर पर मारपीट के बाद करीब एक सप्ताह के बाद न्यायिक हिरासत में मौत हो गई थी। पीड़िता ने विधायक सेंगर और उसके भाई को फांसी की सजा की मांगी है।
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