सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हुई उन्नाव बलात्कार पीड़िता और उसके वकील की हालत गंभीर बताई जा रही है।किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की ओर जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार पीड़िता और वकील की हालत नाजुक बताई जा रही है। दोनों को वेंटिलेटर पर रखा गया हैं और दोनों की सेहत में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
डॉक्टर आज पीड़िता को लाइफ सपोर्ट सिस्टम से हटाकर देख सकते हैं। ट्रामा सेंटर प्रभारी ने बताया कि पीड़िता को मल्टीप्ल फ्रैक्चर है और साथ ही सीने में भी चोट आई है। पीड़िता के साथ अभी भी ब्लड प्रेशर की दिक्कत आ रही है। सूत्रों के अनुसार पता चला है कि इलाज के लिए जरुरत पड़ने पर शहर के दूसरे अस्पतालों, संजय गांधी पीजीआई और लोहिया अस्पताल के डाक्टरों को भी बुलाया जा सकता है।
वहीं, रायबरेली पहुंची सीबीआई की टीम की जांच में पाया कि पीड़िता की कार से टकराने वाला ट्रक करीब 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रहा था और दुर्घटनाग्रस्त डिजायर कार इससे भी अधिक 100 किलोमीटर प्रतिघंटा से की रफ्तार से चल रही थी। हादसे में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई थी और पीड़िता और वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे ।
बताया जा रहा है कि दोनों गाड़ियों की रफ्तार तेज होने के कारण टक्कर जोरदार हुई .टक्कर में ट्रक का चेचिस तक टूट गया। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि ट्रक गलत दिशा में पाया गया। उन्होंने कहा आगे की “यह हादसा जानबूझ कर भी हो सकता है या फिर भारी बारिश के कारण यह फिसल गया हो . हम अभी जांच कर रहे हैं।”
बुधवार को प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के लिए 12 सदस्यीय टीम लखनऊ पहुंची और घटनास्थल के पास मौजूद दुकानदारों से हादसे को लेकर बातचीत की. राघवेंद्र वत्स (पुलिस अधीक्षक) की अगुआई में केंद्रीय जांच टीम ने घटना के बाद मौके पर पहुंचने वाली फॉरेंसिक टीम से भी पूछताछ की।