हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने सहारनपुर जिले की देवबंद विधानसभा सीट से मौलाना उमैर मदनी को मैदान में उतारा है, जिससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वोटों की लड़ाई अब और तेज हो गई है।
मदनी परिवार से संबंध रखते हैं उमैर मदनी
मौलाना उमैर मदनी देवबंद के एक प्रमुख मदनी परिवार से संबंध रखते हैं। उनके पिता मौलाना मसूद मदनी उत्तराखंड सरकार में पूर्व मंत्री थे, उनके चाचा मौलाना महमूद मदनी जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष हैं और उनके दादा अरशद मदनी इस्लामिक मदरसा दारुल उलूम देवबंद के प्रिंसिपल हैं। परिवार का क्षेत्र में मुसलमानों पर काफी प्रभाव है। एक स्थानीय पत्रकार तौफीक कुरैशी ने कहा, विधानसभा चुनावों में मदनी परिवार के सदस्य के प्रवेश ने पश्चिमी यूपी क्षेत्र में प्रतियोगिता को दिलचस्प बना दिया है क्योंकि उनका स्थानीय लोगों पर प्रभाव है।
सहारनपुर के आसपास मुस्लिम वोट रहेंगे निर्णायक
सहारनपुर और आसपास के जिलों में उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने में मुस्लिम वोट निर्णायक है। मुस्लिम बहुल रोहिलखंड क्षेत्र में अपने उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए सपा, बसपा और एआईएमआईएम मुस्लिम वोटों के लिए होड़ कर रहे हैं।
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एआईएमआईएम के चुनावी महारथी जो उतरे मैदान में
एआईएमआईएम ने संभल से मुशीर तरीन, असमोली विधानसभा सीट से शकील अशरफी, नगीना सीट से ललिता कुमार, बरहापुर सीट से मोहिउद्दीन, बिलारी सीट से खालिद जामा, नानपारा सीट से मौलाना लाइक और कुर्सी विधानसभा सीट से हाजी कुमैल अशरफ खान को मैदान में उतारा है।
दोनों चरण पश्चिमी यूपी में हैं, बना रहा एक नया मोर्चा
दिलचस्प बात यह है कि बहुजन समाज पार्टी भी मुस्लिम वोटों के लिए बोली लगा रही है। पार्टी ने पहले चरण में मतदान के लिए जाने वाले निर्वाचन क्षेत्रों में 16 और दूसरे चरण में 23 मुसलमानों को मैदान में उतारा है। बता दे कि दोनों चरण पश्चिमी यूपी में हैं।
इससे पहले पिछले हफ्ते, असदुद्दीन ओवैसी ने 2022 के यूपी विधानसभा चुनावों के लिए मुसलमानों, अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) और दलितों के समर्थन वाले दलों को शामिल करते हुए एक नया मोर्चा, भागीदारी परिवर्तन मोर्चा शुरू करने की घोषणा की थी।मोर्चे में बाबू सिंह कुशवाहा के नेतृत्व वाली जन अधिकार पार्टी, वामन मेश्राम के नेतृत्व में भारत मुक्ति मोर्चा, अनिल सिंह चौहान के नेतृत्व वाली जनता क्रांति पार्टी और राम प्रसाद कश्यप के नेतृत्व वाली भारतीय वंचित समाज पार्टी शामिल हैं।