उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कमी किए जाने के बाद कहा कि अब उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि अन्य सभी राज्यों की जिम्मेदारी बनती है कि वे वैट (मूल्य संवर्धित कर) में तत्काल कटौती करें।
मायावती ने ट्वीट किया, देश में हर तरफ बढ़ती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी एवं तनाव आदि की मार से त्रस्त एवं बदहाल जीवन जीने को मजबूर लोगों को केंद्र ने काफी समय बाद पेट्रोल-डीजल के शुल्क में थोड़ी राहत दी है। अब उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों की जिम्मेदारी बनती है कि वे केंद्र की बात मानकर इन (पेट्रोल और डीजल) पर तत्काल वैट कम करें।
मायावती ने ट्वीट किया, देश में हर तरफ बढ़ती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी एवं तनाव आदि की मार से त्रस्त एवं बदहाल जीवन जीने को मजबूर लोगों को केंद्र ने काफी समय बाद पेट्रोल-डीजल के शुल्क में थोड़ी राहत दी है। अब उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों की जिम्मेदारी बनती है कि वे केंद्र की बात मानकर इन (पेट्रोल और डीजल) पर तत्काल वैट कम करें।

पूर्व मुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट किया, इसी प्रकार, अब समय आ गया है कि केंद्र एवं राज्य सरकारें दिन-प्रतिदिन गंभीर होती जा रही इन राष्ट्रीय समस्याओं पर राजनीतिक स्वार्थ एवं आपसी नफा-नुकसान को त्यागते हुए साथ मिलकर समुचित ध्यान दें, ताकि आम लोगों का जीवन सामान्य हो सके।

पेट्रोल पर हुई है 9.50 रुपए की कटौती
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में शनिवार को 9.50 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर छह रुपये प्रति लीटर की कटौती की।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में शनिवार को 9.50 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर छह रुपये प्रति लीटर की कटौती की।
