उत्तर प्रदेश में विभिन्न राजनीतिक दलों ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियां शुरू कर दी है। बड़े दलों ने छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन की कवायद भी शुरू कर दी है। इस बीच समाजवादी पार्टी ने बड़े दलों से तौबा करते हुए छोटी पार्टियों को अपना चुनावी हमसफ़र बनाने का ऐलान किया है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को समाजवादी पार्टी ने फैसला किया है कि बड़े दलों से गठबंधन नहीं होगा। पार्टी छोटे दलों को साथ लेकर चलने का काम करेगी और जिसको भी बीजेपी को हराना है उसके लिए समाजवादी पार्टी के दरवाज़े खुले हैं।
अखिलेश यादव ने 350 सीट जीतने का दावा करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी अपने गठबंधनों के साथ 350 सीटें जीतने जा रही है। समाजवादी पार्टी ने आज से लखनऊ से उन्नाव के लिए अपनी रथ यात्रा की शुरुआत की।
काम बोलता है’ के नारे के साथ चुनावी मैदान में सपा
समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए अपने लोकप्रिय नारे ‘काम बोलता है’ के नारे के साथ फिर से चुनाव मैदान में उतर रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में ट्वीट करते रहे हैं। और यह भी बताते रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ सरकार की अधिकांश ‘उपलब्धियां’ वास्तव में उनके शासन में शुरू की गई थीं।
पार्टी अब सपा सरकार द्वारा किए गए कार्यों की तुलना भाजपा सरकार द्वारा किए गए कार्यों से करेगी। पार्टी जाति के मुद्दों को खुले तौर पर संबोधित नहीं करना चाहती है और मतदाताओं का ध्यान अपने पिछले प्रदर्शन की ओर खींचने की कोशिश करेगी।