उत्तर प्रदेश चुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी ने अपनी सारी ताकत झोंक दी है। पार्टी के छोटे नेता से लेकर शीर्ष नेता तक प्रचार मैदान में उतर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बाद अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी की कमान अपने हाथ में लेने वाले हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 जनवरी को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए पहली वर्चुअल रैली को सम्बोधित करेंगे। कोविड -19 के बढ़ते मामलों के कारण चुनाव आयोग ने 31 जनवरी तक रैलियों और रोड शो पर प्रतिबंध लगा दिया है। सूत्रों ने कहा कि अगर चुनाव आयोग यह प्रतिबंध बढ़ाता है तो पीएम इसी तरह की आभासी रैलियों को संबोधित कर सकते हैं।
सूत्रों ने बताया है कि 31 जनवरी को रैली की योजना इस तरह से बनाई जाएगी कि यह एक बार में पश्चिम यूपी क्षेत्र के कम से कम चार से पांच जिलों को कवर करे। प्रारंभिक योजना के अनुसार, यह रैली सहारनपुर, बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर और गौतम बौद्ध नगर जैसे जिलों को कवर करेगी।
वर्चुअल रैली के जरिए 50,000 लोगों तक पहुंचने की कोशिश
जिलों में पीएम की आभासी रैली के लिए प्रत्येक बीजेपी मंडल में एक एलईडी स्क्रीन होगी। एक एलईडी स्क्रीन पर लगभग 500 लोगों को लाने का लक्ष्य है। इस तरह एलईडी स्क्रीन के जरिए पार्टी की योजना एक वर्चुअल रैली में करीब 50,000 लोगों तक पहुंचने की है।
सोशल मीडिया पर PM का भाषण
एलईडी स्क्रीन के अलावा, पीएम मोदी के भाषण को सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्मों पर लाइव स्ट्रीम किया जाएगा। सूत्रों ने कहा और कहा कि बीजेपी थिंक टैंक जनता के बीच पीएम की लोकप्रियता को भुनाना चाहता है। इन आभासी रैलियों के माध्यम से लोगों को बीजेपी के समर्थन में जुटाना चाहता है। सूत्रों ने कहा कि इस तरह की वर्चुअल रैलियां आगे भी आयोजित की जा सकती हैं, लेकिन यह रैलियों पर प्रतिबंध के चुनाव आयोग के फैसले पर निर्भर करेगा।