उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख पद के चुनाव के लिए नामांकन से पहले कई जगहों पर हिंसा और झड़प की घटनाएं हुई। इस बीच लखीमपुर खीरी के पसगवां ब्लॉक से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी रितु सिंह ने आरोप लगाया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनकी महिला प्रस्तावक के साथ बदसलूकी करते हुए उनके कपड़े तक फाड़ दिए।
मामले में योगी सरकार ने सख्ती दिखाते हुए दो पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार सुबह टीम-9 की बैठक में सीओ मोहम्मदी और पसगवां इंस्पेक्टर को तत्काल सस्पेंड करने के निर्देश दिए। बैठक में सीएम योगी ने कहा मामले की जांच पड़ताल करवाई जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि घटनास्थल पर तैनात जिम्मेदारी अधिकारियों और माहौल बिगाड़ने वाले लोगों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए। किसी भी दशा में माहौल खराब करने की एक भी कोशिश को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
दरअसल, रितु सिंह ने सत्तापक्ष पर आरोप लगाया कि जब वह नामांकन भरने जा रही थीं तो रास्ते में मौजूद मोहम्मदी क्षेत्र से बीजेपी विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह के कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रस्तावक अनिता यादव के साथ के साथ मारपीट की और उनके कपड़े तक फाड़ दिए. साथ ही नामांकन पत्र दाखिल करते समय उनका नामांकन पत्र छीनकर फाड़ दिया गया।
ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी के लिए महिलाओं की इज्जत सरे राह, पुलिस की मौजूदगी में तार तार करने वाली भाजपा सरकार चुल्लू भर पानी में डूब मरे।
लोकतंत्र के हत्यारों ने आज अपनी नीचता और नारी सम्मान के खोखले संस्कारों को प्रदर्शित किया है।
पीड़िताओं के बयान पर दोषियों के खिलाफ हो कार्रवाई pic.twitter.com/pqWJr8y0lz
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) July 8, 2021
घटना पर अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर हमला किया। समाजवादी पार्टी ने कहा, ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी के लिए महिलाओं की इज्जत सरे राह, पुलिस की मौजूदगी में तार तार करने वाली बीजेपी सरकार चुल्लू भर पानी में डूब मरे। लोकतंत्र के हत्यारों ने आज अपनी नीचता और नारी सम्मान के खोखले संस्कारों को प्रदर्शित किया है। पीड़िताओं के बयान पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो।