उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बसपा (बहुजन समाज पार्टी) की प्रमुख मायावती ने रविवार को किसानों और बेरोजगारों की आत्महत्या का मामला उठाते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि भाजपा के लोग अपनी संकीर्ण सोच व मानसिकता को त्याग दें, तभी देश का कुछ भला हो सकता है।
ट्वीट कर साधा निशाना
बसपा प्रमुख ने भाजपा पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया, कर्ज में डूबे एवं घुट कर जीवन जीने को मजबूर किसानों द्वारा आत्महत्या की खबरें विचलित करती हैं, किन्तु अब बेरोजगार युवाओं द्वारा भी आत्महत्या करने की विवशता ने राष्ट्रीय चिंता, बेचैनी व आक्रोश को और बढ़ा दिया है। फिर भी विकास व इंडिया शाइनिंग आदि जैसा भाजपा का दावा कितना उचित है।
1. कर्ज में डूबी घुटन का जीवन जीने को मजबूर किसानों द्वारा आत्महत्या की खबरें विचलित करती हैं, किन्तु अब बेरोजगार युवाओं द्वारा भी आत्महत्या करने की विवशता ने राष्ट्रीय चिन्ता, बेचैनी व आक्रोश को और बढ़ा दिया है। फिर भी विकास व इण्डिया शाइनिंग आदि जैसा भाजपा का दावा कितना उचित?
— Mayawati (@Mayawati) February 13, 2022
संकीर्ण सोच व मानसिकता को त्याग दें : मायावती
मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, साथ ही, भाजपा द्वारा संसद में भी बेरोजगारी की ज्वलन्त राष्ट्रीय समस्या से इनकार करना इनकी यह गलत व अहंकारी सोच नहीं है तो और क्या है? कौन युवा बेरोजगारी का ताना व अपमान सहना चाहता है? भाजपा के लोग अपनी संकीर्ण सोच व मानसिकता को त्याग दें, तभी देश का कुछ भला संभव है।
2. साथ ही, भाजपा द्वारा संसद में भी बेरोजगारी की ज्वलन्त राष्ट्रीय समस्या से इंकार करना इनकी यह गलत व अहंकारी सोच नहीं है तो और क्या है? कौन युवा बेरोजगारी का ताना व अपमान सहना चाहता है? भाजपा के लोग अपनी संकीर्ण सोच व मानसिकता को त्यागें तभी देश का कुछ भला संभव।
— Mayawati (@Mayawati) February 13, 2022