उत्तर प्रदेश : बहराइच जिले में सरयू नदी में मछली पकड़ते समय नदी पर बने साइफन में एक डॉलफिन फंस गई। ग्रामीणों की नज़र पड़ते ही लोगों ने इसकी सूचना तुरंत वन विभाग को दी। मौके पर पहुंचे वन कर्मियों ने ग्रामीणों की मदद से फांसी डॉलफिन को साइफन से निकाल कर फिर से उसे नदी में छोड़ दिया।
वन विभाग के सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बहराइच जिले के महसी तहसील इलाके में जैतापुर गांव के निकट सरयू नदी की साइफन है, जहां रविवार को मछली पकड़ने के दौरान एक डॉलफिन साइफन में फंस गई थी। कैसरगंज रेंज के वन क्षेत्राधिकारी नदीम, वन दरोगा जहीरुद्दीन मौके पर पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों की मदद से डॉलफिन को साइफन से बाहर निकालकर उसे महसी तहसील के घूरदेवी स्थित घाघरा नदी में छोड़ दिया। वन क्षेत्राधिकारी नदीम ने बताया कि डाल्फिन की उम्र काफी कम थी और उसका वजन लगभग 37 किलो था।
श्री नदीम ने बताया कि एक सामान्य डाल्फिन जमीन पर सिर्फ 4 मिनट 13 सेकेंड जीवित रह सकती है। यदि उसने इससे ज्यादा समय जमीन पर व्यतीत किया होता तो पानी के अभाव से उसकी मौत हो सकती थी इसलिए हमने उसे तुरंत पकड़कर घाघरा नदी में छोड़ दिया। इस बीच कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के डीएफओ जीपी सिंह ने बताया कि डॉलफिन घाघरा नदी में मिलती है। क्योंकि घाघरा नदी सीधे गंगा नदी की शाखा से जुड़ हुई है। जिसमें महसी, कैसरगंज का जरवलरोड, मिहींपुरवा का जालिमनगर के अलावा कौड़याला व गेरुआ नदी में भी इसकी मात्रा पायी जाती है।