उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार अभियान ज़ोरो से जारी है। कोरोना संक्रमण के बीच चुनाव आयोग द्वारा रैलियों और जनसभाओं पर प्रतिबंध लगाया है। इस कड़ी बीजेपी के लिए वोट मांगने घर-घर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री शाह के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से शिकायत की है। पार्टी का आरोप है कि अमित शाह ने कैराना में कोरोना नियमों को तोड़ा है।
सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का खुला उल्लंघन कर रहे हैं बीजेपी नेता
सपा द्वारा यह शिकायत समाचार चैनलों पर जनमत सर्वेक्षणों पर प्रतिबंध लगाने की मांग के कुछ घंटों बाद आई है। सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि शामली के कैराना और कई अन्य विधानसभा क्षेत्रों में अमित शाह, बीजेपी नेता और पार्टी कार्यकर्ता 10 से अधिक लोगों के साथ मिलकर आदर्श आचार संहिता और सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का खुला उल्लंघन कर रहे हैं।
BJP के खिलाफ कार्रवाई की मांग
यह शिकायत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 2017 से पहले कैराना से हिंदुओं के कथित पलायन से प्रभावित परिवारों से मिलने के लिए पार्टी के घर-घर जाकर प्रचार अभियान शुरू करने के एक दिन बाद आई है। मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) को संबोधित पत्र में कहा गया है कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और ‘निडर’ चुनाव सुनिश्चित करने के लिए, चुनाव आयोग को उन बीजेपी नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ सख्ती से पारित करना चाहिए जो कैराना विधानसभा क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों में 10 से अधिक लोगों के समूहों में पार्टी के लिए प्रचार में शामिल रहे हैं,। उनके खिलाफ भी कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए।
राजेंद्र चौधरी ने कहा कि चुनाव आयोग को सोशल मीडिया पर आसानी से उपलब्ध दृश्यों पर ध्यान देना चाहिए और बीजेपी नेताओं की सभा में बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी के बारे में जमीनी रिपोर्ट मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ईसीआई को यह सुनिश्चित करना है कि चुनाव में सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर की अवधारणा को स्थिति के अनुरूप संशोधित नहीं किया गया है। हमने (सपा) उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है जिन्होंने खुले तौर पर कोविड -19 दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया है।