उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण के प्रचार के आखिरी दिन पूर्व मंत्री समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर हमला हुआ। मंगलवार को कुशीनगर के फाजिलनगर में सपा और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हुई। आरोप है कि रोड शो के दौरान ही पूर्व मंत्री और फाजिलनगर से सपा प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्या के काफिले पर हमला हुआ।
हमले को लेकर बदायूं की सांसद व स्वामी प्रसाद की पुत्री संघमित्रा मौर्य व पुत्र अशोक मौर्य समेत दो दर्जन लोगों को नामजद किया गया है, जबकि सपा की ओर से तमकुही के ब्लॉक प्रमुख वशिष्ठ उर्फ गुड्डू राय व दुदही के प्रमुख पति लल्लन गोंड समेत एक दर्जन लोगों को नामजद किया गया है।
खालवा पट्टी गांव में हुए पथराव में पूर्व मंत्री के काफिले के कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। मौर्य ने जहां बीजेपी समर्थकों पर उन्हें मारने के इरादे से हमला करने का आरोप लगाया, वहीं बीजेपी नेताओं ने कहा कि मौर्य के समर्थकों ने हमले की शुरूआत की थी। बता दें कि यहां से सुरेंद्र सिंह कुशवाहा बीजेपी के उम्मीदवार हैं।
हमले के बाद बेटी ने किया पिता की उम्मीदवारी का समर्थन
हमले के बाद संघमित्रा मौर्य अपने पिता के समर्थन में सामने आईं और कहा, “बीजेपी शांति, दंगा मुक्त राज्य की बात करती है, लेकिन उसके उम्मीदवार ने मेरे पिता पर हमला किया, जो बाल-बाल बच गए थे। मैं फाजिलनगर के लोगों से अपने पिता के लिए मतदान करके अपना समर्थन दिखाने की अपील करती हूं। लोग 3 मार्च को बीजेपी को सबक सिखाएंगे।”
यह पहली बार है, जब संघमित्रा ने अपने पिता की उम्मीदवारी का समर्थन किया है। उन्होंने आगे कहा, “मेरे पिता यह दावा नहीं कर रहे हैं कि उन पर हमला किया गया था। यह सड़क पर दिखाई दे रहा है। कारें कैसे टूटी हैं? लोगों के सिर से खून कैसे बह रहा है। लोगों के पैर कैसे टूट गए। मेरे पिता कैसे घायल हो गए?”
स्वामी प्रसाद मौर्य ने संवाददाताओं से कहा कि “एक सुनियोजित साजिश के तहत, बीजेपी के लोगों ने लाठी, डंडों, हथियारों और पत्थरों से सामूहिक हमला किया। मेरे ड्राइवर को चोटें आई और गिर गये। सैकड़ों वाहन टूट गए हैं। इसके साथ ही सैकड़ों कार्यकर्ता बुरी तरह घायल हो गए हैं।”