उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले की शहर सीट से सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर आजाद के ताल ठोकने से चुनाव इंट्रेस्टिंग हो गया है। आए दिन नए-नए मुद्दों से योगी सरकार को चन्द्रशेखर घेर रहे हैं। आजाद समाज पार्टी (एएसपी) के उम्मीदवार चंद्रशेखर आजाद ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) विपिन टाडा को तत्काल हटाने की मांग की है।
भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) को भेजे पत्र में आजाद ने कहा कि एसएसपी विपिन टाडा भाजपा सांसद सत्यपाल सिंह मलिक के दामाद हैं और उनका भाजपा से व्यक्तिगत लगाव है, इस वजह से उनके निष्पक्ष बने रहने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। चंद्रशेखर ने सर्कल ऑफिसर गोरखनाथ, रत्नेश सिंह और इंस्पेक्टर गोरखनाथ मनोज सिंह दोनों को बीजेपी एजेंट बताते हुए हटाने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन अधिकारियों को गोरखपुर में चुनाव को प्रभावित करने के इरादे से तैनात किया था।
गोरखनाथ CO और इंस्पेक्टर को BJP एजेंट
इसके साथ ही चंद्रशेखर आजाद ने कहा है कि बीजेपी व मुख्यमंत्री को लाभ पहुंचाने के लिए उनकी ही जाति विशेष के पुलिस अधिकारियों को उनकी विधानसभा में नियुक्त किया गया है। आरोप लगाया है कि सीओ गोरखनाथ रत्नेश सिंह और इंस्पेक्टर गोरखनाथ मनोज सिंह बीजेपी एजेंट के रुप में काम कर रहे हैं। चंद्रशेखर आजाद ने आयोग से सिफारिश की है कि इन अधिकारियों की कार्यशैली संदिग्ध और एक पार्टी विशेष को फायदा पहुंचाने की है। ऐसे में उन्होंने निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए जनता के निष्पक्ष लोकतांत्रिक अधिकार सुनिश्चित कराने के लिए ऐसे अधिकारियों को यहां से हटाया जाए और इनकी जगह निष्पक्ष और ईमानदार अधिकारियों को नियुक्त किया जाए।
भाजपा के सांसद के दामाद हैं एसएसपी
इतना ही नहीं, चंद्रशेखर आजाद ने आगे चुनाव आयोग से कहा है कि एसएसपी डॉ. विपिन ताडा भारतीय जनता पार्टी के सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह मलिक के दामाद हैं और इनका बीजेपी के प्रति निजी लगाव भी है। इनका चुनाव के दौरान गोरखपुर जैसे संवेदनशील जिले में नियुक्त अन्य प्रत्याशियों के प्रति इमानदारी से कार्य करना संदिग्धता को दर्शाता है। क्योंकि यह मुख्यमंत्री के प्रति भावनात्मक लगाव रखते हैं। इसलिए उनके चहेते अफसर हैं। आरोप है कि यह किसी भी हद तक पुलिस प्रशासन का दुरुपयोग कर मुख्यमंत्री की जीत सुनिश्चित कराने की कोशिश करेंगे।