उत्तर प्रदेश के कैराना जिले के एक गाड़ी में ईवीएम मशीन मिलने के बाद हंगामा मच गया। इस मामले की जानकारी मिलते ही इलाके के सपा प्रत्याशी की बहन इकरा वहां पहुंची और आपत्ति जाहिर की। इस मामले का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमे दावा किया जा रहा है कि जिस गाड़ी में ईवीएम मिली है उसमे नंबर प्लेट भी नहीं थी। इस पूरे मामले में लापरवाही बरतने को लेकर जोनल मजिस्ट्रेट के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर की जांच की मांग
यह मामला सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए चुनाव आयोग से जांच की मांग की है। पार्टी ने अपने ट्वीट में कहा, बेहद गंभीर बात है। इस घटना की जांच कर चुनाव आयोग यह स्पष्ट करे कि मतदान निष्पक्ष हुआ है। लोकतंत्र में विपक्ष के साथ इस तरह का भेदभाव और बर्ताव क्यों किया जा रहा है?” हालांकि इस मामले में शामली की डीएम जसजीत कौर ने स्पष्ट करते हुए इस बात को खारिज किया है कि जिस गाड़ी में ईवीएम मशीन मिली है उसमे नंबर प्लेट थी।
बेहद गंभीर बात है। इस घटना की जांच कर चुनाव आयोग यह स्पष्ट करे कि मतदान निष्पक्ष हुआ है ।
लोकतंत्र में विपक्ष के साथ इस तरह का भेदभाव और बर्ताव क्यों किया जा रहा है? pic.twitter.com/R8n7gYVRtS— Samajwadi Party (@samajwadiparty) February 11, 2022
डीएम ने बताई मामले की सच्चाई
डीएम जसजीत कौर ने बयान जारी करते हुए कहा, शामली में मतदान के दिन ईवीएम मशीन से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुई है। इसके संबंध में अवगत कराना है कि कैराना क्षेत्र के एक जोनल मजिस्ट्रेट की गाड़ी में एक रिजर्व ईवीएम मशीन रखी हुई थी। उनका ड्राइवर खाना खाने के लिए कलेक्शन पॉइंट के पास रेस्टोरेंट में चला गया था। उन्होंने कहा रिजर्व मशीन गाड़ी के अंदर दिख रही थी, जिसको कुछ लोगों ने देखा और वहां मीडिया आ गई। तुरंत इसका संज्ञान लेकर एसडीएम और पुलिस क्षेत्राधिकारी को मौके पर भेजा गया। जोनल मजिस्ट्रेट की गाड़ी नंबर प्लेट के बिना नहीं थी और गाड़ी पर नंबर व जोनल मजिस्ट्रेट की डिटेल चस्पा थी।