उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए मतदान जारी है। इस चरण में प्रदेश के नौ जिलों की 59 सीटों के लिए शाम छह बजे तक वोट डाले जाएंगे। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोगों से एक नई व सशक्त सरकार का चयन करने की अपील की है। राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, उत्तर प्रदेश के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, आज अपना मत उन्हें दें जो प्रदेश के सभी वर्गों का सम्मान करे। जहां महिलाओं, किसानों, छोटे दुकानदारों, गरीबों, मजदूरों व युवाओं को सम्बल और दिशा मिले। एक नई व सशक्त सरकार का चयन करें, वोट जरूर करें। राहुल से पहले प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी एक ट्वीट में कहा, उप्र के मेरे प्यारे बहनों-भाइयों आपको मुद्दों से भटकाने की लाख कोशिशें होंगी। लेकिन आपका वोट अगर रोजगार, रोजी-रोटी, अच्छी शिक्षा व सेहत, महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर पड़ेगा, तभी उत्तरप्रदेश की बेहतरी संभव है। प्रदेश को तरक्की की राह पर ले जाने के लिए जिम्मेदारी से मतदान करें।
योगी सरकार के कई मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
गौरतलब कि बुधवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, रायबरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई , फतेहपुर, बांदा और उन्नाव की जिन 59 सीटों पर मतदान हो रहा है, उन सीटों पर मोदी और योगी सरकार के कई मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अजय मिश्रा टेनी और कौशल किशोर के संसदीय क्षेत्रों में आने वाली विधानसभाओं में बुधवार को मतदान हो रहा है। पिछले चुनाव में बीजेपी ने इस इलाके से बड़ी बाजी मारी थी। चौथे चरण के मतदान में उम्मीदवारों के साथ-साथ केंद्र सरकार के कई मंत्रियों की भी परीक्षा होगी। क्योंकि इस चरण में जिन जिलो में वोट डाले जा रहे हैं, वहां से केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार के चार मंत्री आते हैं। सबसे कद्दावर नेता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का, जिनका संसदीय क्षेत्र लखनऊ है। इसके अलावा वरिष्ठ नेता व मोहनलालगंज के सांसद कौशल किशोर और लखीमपुर से सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के इलाकों में भी चौथे चरण में मतदान हो रहा है।
यह बड़े नेता भी लड़ रहें हैं चुनाव
योगी आदित्यनाथ की सरकार के मंत्रियों की बात करें तो उत्तर प्रदेश सरकार के कानून मंत्री और भाजपा के बड़े ब्राह्मण नेताओं में गिने जाने वाले ब्रजेश पाठक लखनऊ कैंट विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं। पाठक पिछली बार लखनऊ मध्य से चुनाव जीते थे, लेकिन भाजपा ने इस बार उनकी सीट बदल दी है। 1991 से भाजपा की सबसे मजबूत सीट माने जाने वाले लखनऊ पूर्व विधानसभा सीट से योगी सरकार के वरिष्ठ मंत्री आशुतोष टंडन एक बार फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। साल 2017 के विधानसभा के चुनाव परिणामों की बात करें तो यहां भाजपा को 93 सीट, समाजवादी पार्टी को 9 सीट मिली थी। वहीं कांग्रेस को सिर्फतीन सीटें और बसपा के खाते में 8 सीटें गई थीं। अन्य के हिस्से में भी इस इलाके से पांच सीटें आ गई थी। वहीं इस बार किसी भी बड़े राजनीतिक दलों में गठबंधन न होने की वजह से सभी पार्टियां अलग-अलग दमखम दिखा रही हैं।