उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पल-पल समीकरण बदल रहे हैं। अब तक कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है। लेकिन हाल हि अभी कांग्रेस के कदावर नेता रहे आर पी एन सिंह ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हंमाला करना शुरू कर दिया हैं। इसी कड़ी में पूर्व केन्द्रीय मंत्री आर पी एन सिंह ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के ‘लड़की हूं ‘अभियान की खिल्ली उड़ाते हुए कहा है कि कांग्रेस के इस अभियान का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि उस अभियान की एक ‘पोस्टर गर्ल’ खुद भाजपा में आ गई है और पार्टी ने महिलाओं के नाम पर कांग्रेस नेताओं की पत्नियों को टिकट दिया है।सिंह ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सबका साथ,सबका विश्वासके समावेशी मंत्र से प्रेरित विकास योजनाओं के साथ जाति बाधाओं को तोड़ दिया है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस अब एक पार्टी या एक विचारधारा के रूप में मौजूद नहीं है। सिंह 1996 से लगातार तीन बार पडरौना से विधायक चुने गए थे और वह पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपीएन सिंह के बेटे हैं।
एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा मैंने स्पष्ट रूप से देखा है कि दलितों, पिछड़े, सबसे पिछड़े और उच्च जाति के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्र निर्माण की योजनाओं,कार्यशैली और प्रयासों से प्रेरित होकर जाति की बाधाओं को तोड़ दिया है।उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में शामिल होने के बाद पिछड़ी जातियों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए भाजपा ने उन्हें शामिल किया है।
आर.पी.एन. सिंह चुनावी दौड़ से बाहर हैं लेकिन अपने गृह जिले कुशीनगर में भाजपा उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण में कुशीनगर में तीन मार्च को मतदान होना है। गौरतलब उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से शुरू हुए विधानसभा चुनाव के चार चरण पूरे हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण का मतदान 27 फरवरी को होने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उस अभियान की एक ‘पोस्टर गर्ल’ खुद भाजपा में आ गई है और पार्टी ने महिलाओं के नाम पर कांग्रेस नेताओं की पत्नियों को टिकट दिया है।सिंह ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सबका साथ,सबका विश्वासके समावेशी मंत्र से प्रेरित विकास योजनाओं के साथ जाति बाधाओं को तोड़ दिया है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस अब एक पार्टी या एक विचारधारा के रूप में मौजूद नहीं है। सिंह 1996 से लगातार तीन बार पडरौना से विधायक चुने गए थे और वह पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपीएन सिंह के बेटे हैं।
एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा मैंने स्पष्ट रूप से देखा है कि दलितों, पिछड़े, सबसे पिछड़े और उच्च जाति के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्र निर्माण की योजनाओं,कार्यशैली और प्रयासों से प्रेरित होकर जाति की बाधाओं को तोड़ दिया है।उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में शामिल होने के बाद पिछड़ी जातियों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए भाजपा ने उन्हें शामिल किया है।
आर.पी.एन. सिंह चुनावी दौड़ से बाहर हैं लेकिन अपने गृह जिले कुशीनगर में भाजपा उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण में कुशीनगर में तीन मार्च को मतदान होना है। गौरतलब उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से शुरू हुए विधानसभा चुनाव के चार चरण पूरे हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण का मतदान 27 फरवरी को होने जा रहा है।