उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि, चुनावों में उनकी पार्टी के सात उम्मीदवारों के नामांकन अवैध रूप से खारिज कर दिए गए हैं। राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग के पास जाएंगे और सभी जरूरी दस्तावेज सौंपेंगे। उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव आगामी 10 फरवरी से सात चरणों में होंगे। नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे। राउत ने आरोप लगाया कि नोएडा, बिजनौर और मेरठ में छह से सात निर्वाचन क्षेत्रों में संबद्ध जिलाधिकारियों ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया और दबाव में आकर शिवसेना उम्मीदवारों के नामांकन रद्द कर दिए , ताकि पार्टी यूपी में पैर नहीं जमा सके। उन्होंने दावा किया, दस्तावेज सही थे और नामांकन पत्र समय पर दाखिल किए गए थे।
हमारे उम्मदीवारों को चुनाव से नाम वापस लेने की धमकी की गई : संजय राउत
राउत ने कहा हमारे बिजनौर उम्मीदवार का नामांकन पत्र खारिज करने का कारण ठीक वैसा ही था, जैसा कि हमारे उम्मीदवार ने गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के नामांकन फॉर्म को लेकर आपत्ति जताई थी। सावंत के पक्ष को अधिकारियों द्वारा सुना गया और मुद्दे का हल उनके पक्ष में कर दिया गया लेकिन यूपी में हमारे उम्मीदवारों को आपत्तियों पर जवाब देने की अनुमति नहीं दी गई। शिवसेना के राज्यसभा सदस्य ने दावा किया कि पार्टी के कुछ उम्मीदवारों को यूपी में चुनाव से अपना नाम वापस लेने की धमकी दी गई। उन्होंने भाजपा का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि कुछ लोगों को यह आशंका है कि शिवसेना उम्मीदवार जीत सकते हैं या वे उनकी हार सुनिश्चित कर सकते हैं। शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने कहा, यह लोकतंत्र नहीं है। चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष होना चाहिए।
राहुल गांधी के ट्वीट पर भी बोले राउत
महात्मा गांधी की हत्या एक हिंदुत्ववादी द्वारा किए जाने संबंधी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ट्वीट के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा, हिंदुत्ववादी ने जिन्ना की हत्या की होगी, जिसने पाकिस्तान की मांग की थी और एक निहत्थे महात्मा गांधी की हत्या नहीं की होगी। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस महाराष्ट्र में शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन सरकार में शामिल है।