बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने नये उद्योग खोलने की केंद्र की घोषणा का स्वागत किया लेकिन कहा कि लॉकडाउन के दौरान बंद कर दिये गये कारोबार को पटरी पर लाना समय की मांग है।
मायावती ने लॉकडाउन के कारण घर लौटे प्रवासी श्रमिकों को कौशल आधारित रोजगार नहीं दे पाने को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की आलोचना भी की। उन्होंने एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार नये उद्योग खोलने की बात करती है जो अच्छी चीज है और यह स्वागतयोग्य कदम है, लेकिन उसमें तो वक्त लगेगा।’उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए वर्तमान समस्या का तत्काल समाधान तभी पाया जा सकता है जब लॉकडाउन के कारण बंद कर दिये गये उद्योगों को बहाल कर दिया जाए।’’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान बंद कर दिये गये कारोबार और उद्योग यदि फिर पटरी पर ले आये जाते हैं तो यह सरकार के लिए यह बड़ी मदद होगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने घर लौटे प्रवासी श्रमिकों का उनके कौशल और योग्यता के आधार पर पंजीकरण किया था लेकिन डिग्रीधारक पैसे की खातिर मनरेगा योजना के तहत गड्ढे खोद रहे हैं। ऐसे प्रकरणों से संदेश जाएगा कि शिक्षा लोगों को अच्छे काम दिलाने में मदद नहीं कर सकती।