राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) में निरुद्ध कफील खान की पत्नी ने दो दिन पूर्व आरोप लगाया था कि उनके पति को मथुरा जेल में जान का खतरा है। अब मथुरा के जिलाधिकारी ने दावा किया है कि कफील जेल में पूरी तरह सुरक्षित हैं। शाबिस्ता ने इस संबंध में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सहित कई अधिकारियों को पत्र लिखकर जेल में अपने पति की सुरक्षा की मांग की।
बता दें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में सीएए के मुद्दे पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मथुरा जेल में बंद गोरखपुर के डॉ. कफील खान की पत्नी डॉ. शाबिस्ता खान ने अपने पति की जान को जेल में खतरा होने की आशंका जताई और उन्हें सुरक्षा दिए जाने की मांग की ।
अब मथुरा के जिलाधिकारी ने सोमवार को कहा , "कफील के साथ अमानवीय व्यवहार करने की बात निराधार है। वह जेल में पूरी तरह सुरक्षित है।" मथुरा जिला जेल के वरिष्ठ अधीक्षक ने कहा कि खान की स्थिति हर आधा-एक घंटे में मॉनीटर की जा रही है। उसकी ईसीजी सामान्य है और ब्लड प्रेशर भी नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि खान ने कॉर्डियोलॉजिस्ट से जांच कराने की मांग की है।
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जेल के एक अधिकारी ने कहा, "सरकारी क्षेत्र में कोई विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं है, इसलिए यह मांग पूरी नहीं की जा सकी। हमने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को खान की मांग से अवगत करा दिया है।" गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट को कफील खान की पत्नी शबिस्ता खान ने पत्र लिखकर कहा है कि उसे डर है कि जेल में उसके पति को खतरा है, लिहाजा उन्हें अन्य कैदियों से अलग रखा जाए।
एएमयू में सीएए के विरोध में भड़काऊ भाषण देने पर अलीगढ़ पुलिस ने खान पर 13 दिसंबर को मामला दर्ज किया था। 29 जनवरी को उसे उत्तर प्रदेश के स्पेशल टास्क फोर्स ने मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था।